Reported By: Apurva Pathak
,अयोध्या। Jagannath Rath Yatra 2024 : भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा आज धूमधाम से रामनगरी की सड़कों पर निकली। अयोध्या के लगभग आधा दर्जन से ज्यादा मठ मंदिरों से भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली गई है। यह यात्रा सरयू तट पर जाएगी। जहां पर सरयू दर्शन के बाद भगवान की आरती उतारी जाएगी फिर नगर भ्रमण करते हुए रथ यात्रा मंदिर पहुंचेगी। आषाढ़ की द्वितीया को भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर अपनी बहन के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं।
Jagannath Rath Yatra 2024 ; धार्मिक मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ तालाब में स्नान के बाद अस्वस्थ हो गए थे। इसके बाद मां लक्ष्मी भी रूठ कर अपने घर चली गई। जिसके बाद 7 दिन तक भगवान स्वस्थ रहे और दर्शन बंद रहा आषाढ़ की द्वितीया को भगवान स्वस्थ हुए और नगर भ्रमण पर निकले। नगर भ्रमण पर सवार भगवान जगन्नाथ का दर्शन करने से पूरे वर्ष बीमारी और रोग और खुश खाली समृद्धि बनी रहती है। श्रद्धालु रथ पर हाथ लगाकर भगवान के राठारूथ स्वरूप का दर्शन भी करते हैं।
धार्मिक मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ एक बार तालाब स्नान के दरमियान बीमार पड़ गए थे और फिर मां लक्ष्मी रूठ कर अपने घर चली गई थी। जिसके बाद एक हफ्ते तक भगवान जगन्नाथ अस्वस्थ रहे और उन्हें एक हफ्ते तक औषधि 19 तरह की अलग-अलग औषधि से निर्मित कार्य का सेवन कराया गया। भगवान का दर्शन इन सात दिनों में आम श्रद्धालु के लिए बंद था अब भगवान स्वस्थ हुए हैं और रथ पर सवार होकर कलयुग के देवता विश्व के कल्याण की कामना के साथ नगर भ्रमण पर निकले हैं। जहां श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के रथ पर सवार स्वरूप का दर्शन पूजन कर रहे हैं।
राम कचहरी मंदिर के महंत शशिकांत दास ने बताया कि भगवान जगन्नाथ वर्ष में एक बार नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं और वह आषाढ़ माह की द्वितीया तिथि होती है। इस दिन भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर जाते हैं। अयोध्या में कई वर्षों से यह परंपरा निभाई जा रही है नगर भ्रमण कर भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देते हैं। भगवान जगन्नाथ पूरे भारत पूरे विश्व का कल्याण करने के लिए नगर भ्रमण करते हैं। अयोध्या में लगभग 400 वर्षों से यह परंपरा निभाई जा रही है धूमधाम के साथ शोभा यात्रा निकाली जा रही है।