Reported By: Apurva Pathak
, Modified Date: October 28, 2024 / 05:01 PM IST, Published Date : October 28, 2024/5:01 pm ISTAyodhya Deepotsav: अयोध्या। देश के सबसे बड़े त्योहार दीपावली का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। 29 नवंबर से शुरू होने वाले इस पर्व में सबसे पहला दिन धनतेरस का होता है। वहीं, दूसरा दिन नरक चौदस, तीसरा दिन लक्ष्मी पूजा, चौथा दिन गोवर्धन पूजा और पांच दिन भाई दूज का होता है। पांच दिनों के इस खास पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसी कड़ी में रामलला की नगरी अयोध्या में भी खास तैयारी की जा रही है। रामनगरी के आठवें दीपोत्सव की तैयारी तेज हो गई है। दीपोत्सव स्थल पर 28 लाख दीपक लगाने का कार्य भी अवध विश्वविद्यालय के लगभग 30 हजार वालंटियर ने शुरू कर दिया है।
25 लाख दीपक का वर्ल्ड रिकॉर्ड
बता दें कि, आगामी 30 अक्टूबर को राम की पैड़ी के साथ अलग-अलग घाटों पर 28 लाख दीपक जलाकर 25 लाख दीपक का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा, जिसको लेकर घाट पर लगे कोऑर्डिनेटर और वॉलिंटियर काफी उत्साहित भी नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं इस बार का दीपोत्सव बेहद खास होगा, क्योंकि राम लला अपने मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। राम लला के विराजमान होने के बाद के बाद का पहला दीपोत्सव बेहद खास और ऐतिहासिक होगा।
अद्भुत होगा दीपोत्सव
वालंटियर और कोऑर्डिनेटर का कहना है कि हम लोग चिलचिलाती धूप में दीपक लगाने का कार्य कर रहे हैं। प्रभु राम के नाम को लेकर हम लोग धूप में दीपक लगा रहे हैं। बहुत अच्छा लग रहा है। इस बार का दीपोत्सव बहुत अद्भुत है। पूरी नगरी त्रेता की तरह सजाई जा रही है जिस तरह त्रेता युग में प्रभु राम लंका पर विजय प्राप्त करें अयोध्या लौटे थे उसी तरह पूरी नगरी को सजाया जा रहा है।