कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, किसान उसकी आत्मा : शिवराज सिंह चौहान

कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, किसान उसकी आत्मा : शिवराज सिंह चौहान

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  • Publish Date - June 18, 2024 / 10:20 PM IST,
    Updated On - June 18, 2024 / 10:20 PM IST

वाराणसी (उप्र), 18 जून (भाषा) केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को यहां कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की मौजूदगी में यहां मिर्जामुराद के मेंहदीगंज में आयोजित किसान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, ”हमारे लिए किसान ही भगवान है और किसानों की सेवा भगवान की पूजा के समान है, इसी भाव से भारत सरकार लगातार किसानों के कल्याण के कार्य में जुटी हुई है।”

समारोह में, प्रधानमंत्री ने देश भर के 9.26 करोड़ किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त के तहत 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि हस्‍तांतरित की।

चौहान ने कहा कि यह प्रधानमंत्री जी की किसानों और कृषि के प्रति प्रतिबद्धता ही है कि उन्होंने यह पदभार संभालने के बाद सबसे पहले किसान सम्मान निधि अर्थात् किसान के खाते में पैसे डालने वाली फाइल पर हस्ताक्षर किया और आज यहां आकर अपना पहला कार्यक्रम भी किसानों के बीच में किया।

उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के ‘रोडमैप’ पर लगातार काम किया गया है। इसके लिए एक ओर जहां सिंचाई योजनाओं के माध्यम से नई तकनीक का उपयोग कर उपज बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उपज की लागत को कम करने के लिए सरकार अरबों रुपये सब्सिडी दे रही है, जिससे किसान को सस्ते दर पर खाद मिलती है।

उन्होंने यह भी कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजना ने किसान को साहूकारों के चंगुल से मुक्त कर दिया है और छोटे किसान, किसान सम्मान निधि से खाद और बीज खरीद रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कृषि विभाग दिन-रात काम करेगा और किसानों के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

भाषा

आनन्द सुभाष

सुभाष