जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल ने हाथरस का दौरा कर मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दी

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल ने हाथरस का दौरा कर मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दी

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  • Publish Date - July 6, 2024 / 07:42 PM IST,
    Updated On - July 6, 2024 / 07:42 PM IST

लखनऊ, छह जुलाई (भाषा) जमीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम समूह) के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाथरस का दौरा कर वहां भगदड़ के पीड़ितों के परिजनों से एक गांव में मिलकर उनकी आर्थिक मदद की। संगठन ने एक बयान में यह जानकारी दी।

हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र में गत दिनों ‘भोले बाबा’ के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गयी थी।

संगठन के बयान में शनिवार को कहा गया है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम समूह) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के निर्देश पर संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल सोखना गांव पहुंचा जहां एक ही परिवार के तीन लोगों समेत कुल चार लोग भगदड़ में मारे गये थे।

प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों के परिजनों से मिलकर आर्थिक सहायता के साथ-साथ मौलाना मदनी का संदेश भी दिया।

बयान के मुताबिक, मौलाना मदनी ने कहा ,‘‘ इस दुख की घड़ी में हम आपके साथ हैं, हमसे जो बन सका, वह हम कर रहे हैं। अल्लाह आपको इस दुख को सहने का धैर्य और सब्र दे। ’’

इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने हाथरस में उन अस्पतालों का दौरा किया जहां घायलों का उपचार किया जा रहा था। बयान के मुताबिक, जमीयत की ओर से अबतक सात मृतकों के परिवारों को 10-10 हज़ार रुपये और दो घायलों को पांच हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।

मौलाना मदनी ने कहा कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद राहत और कल्याण कार्य धर्म से ऊपर उठकर मानवता के आधार पर करती है, क्योंकि “कोई मुसीबत या त्रासदी यह पूछ कर नहीं आती कि कौन हिंदू है और कौन मुसलमान, बल्कि जब भी कोई मुसीबत आती है तो सबको प्रभावित करती है।”

भाषा आनन्द राजकुमार नोमान

नोमान