लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने शनिवार को आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) 2022 में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर ‘सॉल्वर’ (प्रश्नपत्र हल करने वाला) बैठाने अैर अन्य माध्यमों से नकल कराने वाले गिरोह के सदस्यों एवं अभ्यर्थियों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ मुख्यालय की ओर से शनिवार को एक बयान में यह जानकारी दी गयी। उधर, बिजनौर में पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, एसटीएफ टीम ने उन्नाव से तीन, अमेठी से एक, जौनपुर से दो, मेरठ से एक और कानपुर से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ संबंधित थानों में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। बयान के अनुसार, एसटीएफ लखनऊ की टीम ने उन्नाव में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर पेशेवर ‘सॉल्वर’ बिठाकर परीक्षा दिलाने की सूचना पर प्रयागराज जिले के निवासी पुष्पेंद्र यादव और अंकित कुमार मौर्य तथा बिहार के पश्चिमी चंपारण निवासी सत्यम कुमार पांडेय को गिरफ्तार किया है।
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एसटीएफ मुख्यालय द्वारा दी गयी सूचना पर अमेठी पुलिस ने बिहार के मधुबनी निवासी ‘सॉल्वर’ कुमार कामत को गिरफ्तार किया जबकि एसटीएफ प्रयागराज इकाई ने जौनपुर में बिहार के भोजपुर निवासी सिद्धार्थ शंकर दुबे और प्रयागराज निवासी एजेंट अनिल कुमार मल्होत्रा को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, एसटीएफ लखनऊ की एक अन्य टीम ने कानपुर से हरदोई निवासी रघुवीर और महराजगंज निवासी सैफ अहमद खान को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एटीएम कार्ड, मोबाइल, फर्जी आधार कार्ड और पहचान पत्र समेत कई चीजें बरामद की हैं।
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एसटीएफ ने मेरठ से भी एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया, जिसके पास परीक्षा की उत्तर कुंजी पायी गयी। उधर, बिजनौर से मिली खबर के अनुसार, सॉल्वर गिरोह का एक सदस्य अपने सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) प्रवीन रंजन सिंह ने बताया कि राजकीय पॉलिटेक्निक गेट पर प्रवेश पत्र जांच के दौरान सॉल्वर गिरोह के बिहार के मोकामा निवासी विशाल और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया गया।