India 5 Most Sacred Rivers Name: भारतीय पूरी दुनिया में सबसे पहले अपने धर्म, सांस्कृतिक मूल्यों, धरोहरों और परंपराओं के लिए जाने जाते हैं। सब अपने अपने धर्म के अनुसार अलग अलग तरीकों से सर्वशक्तिमान ईश्वर के साथ संपर्क करते हैं और रीति रिवाज़ों को निभा ईश्वर के करीब अपने को रखते हैं।
ऐसे ही रीति रिवाज़ों में, अपने पापों को पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर धोना, हम भारतीयों में तीर्थयात्रा की तरह बहुत ही महत्ता रखा है। भारत में कई सारी पवित्र नदियाँ और स्थान हैं जहाँ जाकर लोग अपने सारे बुरे कर्मों से मुक्ति पाते हैं। चलिए, हम ऐसी ही कुछ नदियों के बारे में जानते हैं जहाँ आप डुबकी लगा अपने आपको धन्य मानेंगे।
1. गंगा नदी
गंगा नदी भारत की सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ी नदी है, जो हिमालय पर्वत से निकल भारत के विभिन्न राज्यों को सिंचित करती है। यह केवल देश की प्राकृतिक संपदा ही नहीं, जन जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। लोग दूर दूर से हरिद्वार जो गंगा नदी की मुख्य स्थली है, आते हैं और डुबकी लगा अपने सारे कर्मों की क्षमा याचना कर सारी दुविधाओं से मुक्ति पाते हैं। धार्मिक अवधारणाओं में गंगा नदी को देवी के रूप में भी निरुपित किया गया है।
2. यमुना नदी
हिंदू मान्यतयों और पौराणिक कथाओं के अनुसार, यमुना नदी भगवान श्रीकृष्ण की संगिनी थी। यह पवित्र नदी उत्तराखंड के चंपासार ग्लेशियर से बहती हुई भारत के अन्य राज्यों से गुज़रती है। इसकी सबसे बड़ी सहायक नदी चंबल नदी है, (India 5 Most Sacred Rivers Name) जो राजस्थान और मध्यप्रदेश से होकर गुज़रती है।
3. त्रिवेणी संगम
त्रिवेणी संगम तीन नदियों का संगम है। भारत का सबसे बड़ा त्रिवेणी संगम जहाँ गंगा, यमुना और सरस्वती नदियाँ आकर मिलती हैं। सरस्वती नदी गुप्त रूप से संगम में मिलती है। यह सबसे बड़े महासम्मेलन, महाकुंभ की चार स्थलियों में से एक है। इस संगम स्थल को ओंकार के नाम से भी जाना जाता है।
4. कावेरी नदी
कावेरी नदी भारत की मुख्य नदियों में से एक है, जहाँ लोग डुबकी लगा अपने पापों से पूर्ण मुक्ति पाते हैं। इसे दक्षिण भारत की गंगा भी कहा जाता है। कर्नाटक राज्य में कोडगु जिले के तालकावेरी से उत्पन्न हो यह नदी श्रीरंगपट्टना और शिवनासमुद्र होती हुई बंगाल की खड़ी में जा मिलती है।
5. गोदावरी नदी
हिंदू धर्म के अनुसार अगर वो इन नदियों में डुबकी लगा अपने सारे पाप धो लेते हैं तो वो पुनर्जन्म के कर्म से मुक्त हो जाएँगे। तो अब आप भी इन पवित्र नदियों में जा डुबकी लगाइए और अपने सारे पिछले पापों से मुक्ति पाइए।