Punjab Cabinet 7 new faces
चंडीगढ़। पंजाब में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल की तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है। आज शाम 4.30 बजे राज्यपाल सीएम चन्नी के नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, सीएम चन्नी, प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लंबे विचार विमर्श के बाद मंत्रियों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया। फाइनल लिस्ट में जहां कैप्टन सरकार में रहे 8 मंत्रियों को दोबारा जगह दी जा रही है, वहीं 5 मंत्रियों की छुट्टी होने की बात है। इस लिस्ट में 7 नए चेहरों को भी जगह मिली है। शनिवार को चन्नी ने राज्यपाल से मिलकर शपथ का समय लिया।
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कैप्टन सरकार में मंत्री रहे जिन चेहरों को इसमें जगह मिली है, उनमें विजय इंदर सिंगला, मनप्रीत बादल, रजिया सुल्ताना, ब्रह्म मोहिंदरा, अरुणा चौधरी, भारत भूषण आशु, तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया शामिल हैं। बादल ने बतौर सीएम चन्नी के नाम को आगे बढ़ाने और हाईकमान को तैयार करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं, कैप्टन सरकार में शिक्षा मंत्री रहे सिंगला के काम ने उन्हें दोबारा मौका दिलाया है। बाजवा और सरकारिया ने कैप्टन के खिलाफ लड़ाई में सिद्धू का भरपूर साथ दिया। जबकि आशु को मंत्रिमंडल में मौका मिलने की वजह दिल्ली से उनके रिश्ते बताए जाते हैं, वहीं चन्नी से रिश्तेदारी के चलते अरुणा चौधरी को मौका मिलने की बात है। रजिया सुल्ताना सिद्धू के सलाहकार मुहम्मद मुस्तफा की पत्नी हैं।
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नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट से कैप्टरन अमरिंदर सिंह के 5 करीबियों का पत्ता कट गया है। साधु सिंह धर्मसोत, बलवीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा को जगह नहीं मिल सकी है। सूत्रों ने बताया कि ये सभी चेहरे विवादित हैं।
सात नए चेहरे चन्नी टीम में जगह मिली
परगट सिंह, संगत गिलजियां, गुरकीरत कोटली, कुलजीत नागरा, राणा गुरजीत, राजकुमार वेरका और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग शामिल हैं। इस लड़ाई में परगट सिंह लगातार सिद्धू के साथ रहे, जबकि गिलजियां और नागरा पंजाब कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष हैं। वेरका जहां दलित चेहरा हैं, वहीं गिलजियां ओबीसी चेहरा हैं। पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष वारिंग भी कैप्टन के मुखर विरोधी रह चुके हैं। पिछले दिनों सिद्धू ने वारिंग के घर जाकर उन्हें चन्नी सरकार में आने की पेशकश की थी।
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सीएम चन्नी और दो डेप्युटी सीएम ले चुके हैं शपथ
बता दें कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद 20 सितंबर को चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री और सुखजिंदर सिंह रंधावा व ओपी सोनी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। औपचारिकता के चलते कैबिनेट की एक बैठक में कई अहम फैसले भी हो चुके हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्रियों को अभी तक विभागों का आवंटन नहीं किया गया।