Birth Tourism : आजकल अमीर देशों की नागरिकता और पासपोर्ट पाने के लिए लोग कई तरीके अपना रहे हैं। इसी बीच एक और नया तरीका खूब वायरल हो रहा है, जिसमें प्रेग्नेंट महिलाएं अपने बच्चों को अमीर देश की नागरिकता दिलाने और बेहतर सुविधा देने के लिए बर्थ टूरिज्म का तरीका अपना रही हैं। बता दें की अमेरिका-कनाडा, अर्जेंटीना समेत 31 देश ऐसे हैं, जहां किसी भी देश की महिला का बच्चा जन्म ले तो उसे वहां की नागरिकता मिल जाती है। पिछले कुछ सालों से ये चलन काफी ज्यादा बढ़ने लगा है। वहीं, ज्यादातर गरीब देशों की महिलाएं बर्थ टूरिज्म का रास्ता अपनाती हैं। इनसे पैदा हुए बच्चों को एंकर बेबी कहा जाता है।
तेजी से बढ़ रहा बर्थ टूरिज्म का क्रेज
बता दें कि अमेरिका में कई कंपनियां बकायदा इसके लिए टूरिज्म कराती हैं। 80,000 डॉलर में होटल और मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराती है। एक रिपोर्ट में पाया गया कि रूस की प्रेग्नेंट महिलाएं अर्जेंटीना भागते समय पकड़ी गई। ब्यूनस आयरिश एयरपोर्ट पर जब उनसे पूछताछ की गई तो बर्थ टूरिज्म का मामला सामने आया। डिलीवरी से महज कुछ दिनों पहले ये महिलाएं अर्जेंटीना जा रही थीं। अब इस बढ़ते मामले से वहां का प्रशासन इतना परेशान हो गया कि उन्होंने पाबंदियां लगानी शुरू कर दी है। ऐसे में अब अमेरिकी टूरिस्ट वीजा पर आने वाली प्रेग्नेंट महिलाओं यह साबित करना होता है कि वे बच्चे को जन्म देने के अलावा किसी और कारण से यहां आई थीं।
क्यों लगाई लगी पाबंदी
जानकारी के लिए बता दें कि बर्थ टूरिज्म के लिए अस्थायी बी-1 और बी-2 वीजा भी अब जारी नहीं किया जाता। सरकार ने कहा, बर्थ टूरिज्म इंडस्ट्री से अस्पतालों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है, इस वजह से पाबंदियां लगाई गई हैं। इसके बावजूद हर साल अमेरिका में बर्थ टूरिज्म कराने वालों की संख्या हजारों में है।