'मां-पा' के अलावा नहीं बोल सकती कुछ, नाबालिग से 'निर्भया' जैसी वारदात.. अब तक नहीं हो पाई 'दरिंदों' की गिरफ्तारी

‘मां-पा’ के अलावा नहीं बोल सकती कुछ, नाबालिग से ‘निर्भया’ जैसी वारदात.. अब तक नहीं हो पाई ‘दरिंदों’ की गिरफ्तारी

'मां-पा' के अलावा नहीं बोल सकती कुछ, नाबालिग से 'निर्भया' जैसी वारदात.. अब तक नहीं हो पाई 'दरिंदों' की गिरफ्तारी

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 PM IST
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Published Date: January 14, 2022 10:17 am IST

अलवर, राजस्थान। अलवर में निर्भया जैसी घटना दोहराई गई है। यहां एक नालाबिग लड़की से गैंगरेप के बाद बर्बरता की गई है। पीड़िता बोल नहीं पाती। उसे सुनने में भी दिक्कत है। फिलहाल जयपुर में उसका इलाज चल रहा है। बुधवार को ऑपरेशन के बाद मंत्री और अफसर उससे मिलने पहुंचे, लेकिन हालत देखकर सहम गए। इस दरिंदगी के बाद अपनी पीड़ा बताने के लिए उसके पास सिर्फ दो शब्दों का ही सहारा है। वो है- ‘मां’ और ‘पा’। वह इससे ज्यादा बोल ही नहीं पाती।

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कई यूनिट खून चढ़ाया
रेप के दौरान दरिंदों ने लड़की के प्राइवेट पार्ट में धारदार हथियार से गहरा घाव कर दिया है। 5 डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बच्ची की जान बचाई। पहले अलवर और फिर जयपुर में कई यूनिट खून चढ़ाया गया।

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अंदरूनी हिस्से में काफी गहरे घाव हैं
जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची के अंदरूनी हिस्से में काफी गहरे घाव हैं। उसका रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है। उसे जब अस्पताल लाया गया तो काफी ब्लीडिंग हो रही थी। उसके प्राइवेट पार्ट में शार्प कट था। बच्ची के पेट में छेद करके अलग से रास्ता बनाया गया है, जिससे मल को बाहर निकाला जा सके।

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अलवर में पुलिस कई CCTV फुटेज खंगाल चुकी है, लेकिन आरोपियों तक पहुंचने में कामयाबी नहीं मिली है। अब उसे इंतजार है कि लड़की का इलाज हो जाए तो उसके इशारों से बदमाशों का हुलिया जानने की कोशिश की जाए। पीड़ित के माता-पिता भी जयपुर में हैं। उनके इशारों को वह थोड़ा अच्छे से समझ सकेगी। उन्हीं की मदद से पुलिस जानकारी लेने की कोशिश करेगी।

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पीड़ित के माता-पिता मजदूर हैं। उनकी एक बेटी और एक बेटा और हैं। गांव वालों ने बताया कि पीड़िता मंगलवार दोपहर 12 बजे खेत के कच्चे रास्ते से होती हुई सड़क किनारे पहुंची थी। उसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा। इसके बाद 11 जनवरी की रात को गैंगरेप की जानकारी मिली। लड़की को अलवर में तिजारा फाटक पुलिया पर फेंका गया था। वहां वह एक घंटे तक तड़पती रही। वह कुछ भी बता नहीं पा रही थी। हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर रेफर किया गया।

 

 

 
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