रायपुर। देश दुनिया भर में आज कैंसर से मौत दूसरा सबसे बड़ा कारण है। प्रोस्टेट कैंसर इसलिए भी खतरनाक है, क्योंकि यह सालों तक खामोश रहता है और इसके शुरुआती लक्षण सामने नहीं आते हैं। आइए आपको प्रोस्टेट कैंसर के वो 8 लक्षण बताते हैं जो पुरुषों को कभी इग्नोर नहीं करने चाहिए।
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पेशाब करने में ज्यादा समय- एक इंसान को शरीर से यूरीन बाहर निकालने में ज्यादा समय लग सकता है. डॉ. ओवुसु कहते हैं कि पेशाब का धीरे-धीरे बूंद-बूंद करके निकलना भी खतरनाक है। यह प्रोस्टेट में गड़बड़ का एक प्रारंभिक संकेत हो सकता है।
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पेशाब में खून- पेशाब में खूना आना भी प्रोस्टेट कैंसर का शुरुआती लक्षण है। यह कई और कारणों से भी हो सकता है. पेशाब में खून आते ही हमें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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इरेक्शन में बदलाव- प्रोस्टेट कैंसर फाउंडेशन के मुताबिक, इसमें इंसान को इरेक्शन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही स्खलित होने वाले फ्लूड के अमाउंट में कमी आ सकती है और दर्दनाक एजाकुलेशन का सामना करना पड़ सकता है।
कूल्हे की हड्डियों में दर्द- कूल्हे की हड्डियों में दर्द भी प्रोस्टेट कैंसर के खतरे का संकेत हो सकता है. इसका दर्द कूल्हे या आस-पास की हड्डियों तक फैल सकता है।
यूरीनरी फ्रीक्वेंसी- क्लीवलैंड क्लीनिक एक्रॉन जनरल्स मैकडॉवेल कैंसर इंस्टिट्यूट के ओंकोलॉजिस्ट डॉ. ओसी तुतु ओवुसु कहते हैं कि यूरीनरी फ्रीक्वेंसी भी प्रोस्टेट कैंसर का संकेत हो सकती है। इसमें एक इंसान को बार-बार पेशाब आने की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
यूरनरी का दबाव- डॉ. ओवुसु के मुताबिक, पेशाब आने के लिए शरीर को जिस दबाव या उत्तेजना की जरूरत होती है वो काफी बढ़ जाएगा और जरूरी हो जाएगा। इस स्थिति में इंसान के लिए तेजी से टॉयलेट की तरफ रुख करना जरूरी हो जाता है।
रात में पेशाब- प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षणों में रात में पेशाब आने की समस्या भी शामिल है। रात को पेशाब जाने के लिए पीड़ित इंसान की कई बार नींद टूट सकती है।
पेशाब करने में दिक्कत- इस स्थिति में कई बार इंसान पेशाब का दबाव तो महसूस करता है, लेकिन पेशाब करने पर उसे दर्द महसूस होता है। कई मामलों में इंसान खुलकर पेशाब नहीं कर पाता और उसे बहुत जोर भी लगाना पड़ता है।