Medical tests before marriage hindi
रायपुर। शादी से पहले तो कई चीजों को परखा जाता है अब मेडिकल चेकअप भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। शादी से पहले कुछ मेडिकल चेकअप कराने से अनुवांशिक बीमारीयों का पता लगाया जा सकता है। वैसे तो रोगों का इलाज सर्जरी द्वारा किया जा सकता है लेकिन अगर आपको अपना जीवन खुशमय बनाना है तो फिर भी महिलाओं को शादी से पहले इस टेस्ट को करवा लेना चाहिए।
Medical tests before marriage hindi : अपोलो हॉस्पिटल की वेबसाइट दी गई एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़कियों को शादी से पहले ये 10 टेस्ट जरूर करा लेने चाहिए।
1) कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी)
यह एक ब्लड टेस्ट है जो किसी व्यक्ति की मेडिकल स्थिति जानने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट में विभिन्न बीमारियों का पता लगाया जाता है। इस टेस्ट से आपको एनीमिया, इन्फेक्शन, इन्फ्लेमेशन, ब्लीडिंग डिसऑर्डर या ल्यूकेमिया जैसी विभिन्न स्थितियों का इलाज करने में मदद मिल सकती है।
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2) ब्लड ग्रुप टेस्ट
यह टेस्ट व्यक्ति के ब्लड टाइप और वो किस ग्रुप का है समझने के लिए किया जाता है। सभी लोगों का ब्लड ग्रुप समान नहीं होता है। अगर आपका ब्लड ग्रुप किसी व्यक्ति से मेल खाता है, तो आपको कम्पेटिबल कहा जाता है और आप एक दूसरे का ब्लड ले सकते हैं और दे सकते हैं।
3) आरबीएस टेस्ट
रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट शरीर में खून में शुगर लेवल को जानने के लिए किया जाता है। इससे आपको यह जानने में मदद मिल सकती है कि कहीं आपक डायबिटीज का शिकार तो नहीं हैं। इस टेस्ट को कराने से आपको समय रहते बेहतर इलाज कराने में मदद मिल सकती है।
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4) एचबीए1 सी
यह एक सामान्य जांच है जो आपको यह बताता है कि आपका डायबिटीज कितना नियंत्रण में है। आपके ब्लड शुगर का मापन करके यह पता लगाता है कि यह सामान्य है या नहीं। इस जांच में रेड ब्लड सेल्स में ग्लूकोज की मात्रा का भी पता चलता है।
5) वीडीआरएल टेस्ट
यौन रोग अनुसंधान प्रयोगशाला (वीडीआरएल) परीक्षण का मूल्यांकन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है कि क्या आपके पास एक यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) है, या नहीं। सिफिलिस बैक्टीरियम ट्रेपेनैमा पैलिडम के कारण होता है। जीवाणु मुंह या जननांग क्षेत्र की परत में घुसने से संक्रमित होता है।
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6) एचआईवी टेस्ट
एचआईवी टेस्ट का उपयोग ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह वायरस सीरम, लार या मूत्र में एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियन्सी सिंड्रोम का कारण बनता है। एचआईवी किसी भी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, जो यौन संबंध रखते हैं।
7) हेपेटाइटिस बी टेस्ट
हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) टेस्ट की मदद से खून में एक ऐसे पदार्थ की खोज की जाती है, जो यह बताता है कि हेपेटाइटिस इन्फेक्शन अभी भी सक्रीय है ये पहले कभी हुआ था। टेस्ट की मदद से संक्रमण के कुछ अलग प्रकार के संकेतों को देखा जाता है, जिन्हें मार्कर भी कहा जाता है।
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8) यूरिन टेस्ट
यूरिन टेस्ट के जरिए कई रोगों या उनके लक्षणों का पता चलता है। किडनी, मूत्र के द्वारा रक्त में उपस्थित अपशिष्ट पदार्थों, खनिज, व अन्य पदार्थों को बाहर ले जाने का कार्य करती है। मूत्र, शरीर की सारी गंदगी का रूप है, जो आपके खान- पान, व्यायाम, गुर्दे का कार्य, स्वास्थ्य, होने वाली बीमारी आदि की भी जानकारी देता है।
9) पेल्विक अल्ट्रासाउंड टेस्ट
पेल्विक अल्ट्रासाउंड टेस्ट के जरिए आपके पेल्विस हिस्से के अंदर ऑर्गन की फोटो बनाने के लिए साउंड वेव्स का इस्तेमाल करके किया जाता है। इसमें गर्भाशय ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय और गर्भाशय आदि की स्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है।
10) गाइनोकोलोजिस्ट से मिलें
अगर आपकी शादी होने वाली है, तो आपको ऊपर बताए गए टेस्ट पर गौर करना चाहिए। इन सभी टेस्ट की जानकारी लेने के लिए आपको गाइनोकोलोजिस्ट से मिलना चाहिए। ध्यान रहे अगर आप पहले से किसी समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको शादी करने से पहले उस रोग का पूरा इलाज करा लेना चाहिए।