Baghmbri Math to Balveer Giri
प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी के उत्तरधिकारी अब उनके शिष्य बलवीर गिरि होंगे। बलवीर गिरी को महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी बनाया जाएगा।
पढ़ें- देश में कोरोना के 18,870 नए केस, 194 दिनों में सक्रिय मरीजों की संख्या सबसे कम
अखाड़ा परिषद के पंच परमेश्वरों ने वसीयत के आधार पर यह फैसला लिया है। महंत बलवीर गिरि को श्री मठ बाघंबरी की गद्दी
पर बैठाया जाएगा। पांच अक्टूबर को नरेंद्र गिरी का षोडशी संस्कार होना है। इसी दिन बाघंबरी मठ की कमान बलवीर गिरि को सौंपी जाएगी।
वसीयत में था उत्तराधिकारी का जिक्र
महंत नरेंद्र गिरि ने तीन वसीयत बनाई थी। पहले वसीयत में उन्होंने बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाया था। इसके बाद 2011 में एक दूसरी वसीयत बनवाई, जिसमें आनंद गिरि को उत्तराधिकारी बनाया।
पढ़ें- ‘देशभक्ति पाठ्यक्रम’ की शुरूआत, हर बच्चा सच्चे अर्थों में होगा देशभक्त.. यहां से हुई शुरुआत
लेकिन आनंद गिरि से विवाद के बाद उन्होंने अपनी पहले की दोनों वसीयतों को रद्द करते हुए तीसरी वसीयत बनाई जिसमें एक बार फिर उन्होंने बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाया।
पढ़ें- यहां की जेल में हिसंक झड़प में चलीं गोलियां और चाकू.. 24 कैदियों की मौत, 48 घायल
दरअसल, महंत नरेंद्र गिरि संदिग्ध मौत के बाद उनका सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उन्होंने बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी घोषित किया था। लेकिन मठ पंच परमेश्वरों ने सुसाइड नोट को फर्जी बताते हुए बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाने से इनकार कर दिया था।