रायपुर: पिछले कुछ समय से कांग्रेस के बड़े नेताओं के बयान ने न सिर्फ पार्टी को मुश्किलों में डाला बल्कि चुनाव के दौरान उनके नेताओं को असहज हालातों का सामना भी करना पड़ा हैं। (Controversial statements of Congress leaders) सैम पित्रोदा ने पहले हेरिटेंस टैक्स पर बयान देकर विवाद खड़ा किया था, इसके बाद उन्होंने भारतीयों के रंगरूप को लेकर टिप्पणी की थी। इसी तरह मणिशंकर अय्यर के ताजा बयान ने सत्ताधारी भाजपा को बड़ा मौका दे दिया हैं। उन्होंने अपने एक विवादित बयान में भारत को ही नसीहत देते हुए कहा हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं लिहाजा हमें उनकी इज्जत करनी चाहिए। जाहिर हैं एक तरफ चुनाव में कांग्रेस अपने वापसी के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही हैं तो दूसरी तरफ पार्टी नेताओं के यह बयान पार्टी के मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रही हैं।
इस पूरे टीका-टिप्पणी पर भले ही शीर्ष नेतृत्व और पार्टी के प्रवक्ताओं ने चुप्पी साध रखी हो लेकिन छत्तीसगढ़ के पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री और दिग्गज नेता धनेन्द्र साहू ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। धनेन्द्र साहू ने स्वीकारा हैं कि इस तरह के बयानों से पार्टी को नुकसान पहुंचा हैं। हालांकि साहू ने इन बयानों को उन नेताओं का निजी विचार भी कहा हैं।
पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू ने सरकार के उस रिपोर्ट को भी फर्जी बताया हैं जिसमें कहा गया हैं कि आजादी के बाद से देश में मुसलमानों की जनसँख्या में वृद्धि हुई हैं। साहू ने कहा कि ये भाजपा का बहुत बड़ा षड्यंत्र है। (Controversial statements of Congress leaders) उन्होंने पूछा कि बिना जनगणना के लिए आंकड़े कैसे आए? ये द्वेष फैलाने वाला सर्वे है, इस पर चुनाव आयोग को एक्शन लेना चाहिए। बता दें कि यह आंकड़ा प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की तरफ से सामने आया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू ने कहा कि जहां-जहां डबल इंजन की सरकार वहां की जनता को नुकसान हो रहा हैं। जहाँ तक छत्तीसगढ़ का सवाल हैं यहां कोई भी काम सांय-सांय नहीं हो रहा, बल्कि सारा विकास कार्य चौपट हो गया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के मंत्री ने साफतौर पर कहा कि चुनाव के समय भाजपा के नेता बड़े सुनियोजित तरीके से झूठ बोलते है।