नई दिल्ली। चीन को ही दुनिया भर में कोरोना का जनक माना जाता है। चीन के साथ अब कई देशों में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। चीन के 6 शहरों में लॉकडाउन की खबरें आ रही हैं। लॉकडाउन की खबरों के बीच अब भारत में भी लोगों में डर है कि इसका असर भारत में भी हो सकता है। साथ ही कई रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है।
<<*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*>>
साथ ही जानते हैं लहर आने की कितनी संभवना है और इस लहर से कैसे बचा जा सकता है। आईआईटी कानपुर का प्रीडिक्शन है कि जून में भारत में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है। इसके भारत में खतरे को लेकर सफदरदंग अस्पताल की स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर गीता कमपानी ने आकाशवाणी समाचार को बताया है, ‘इससे भारत को खतरा है।
पढ़ें- गर्मी शुरू होते ही क्या आपने भी पीना शुरू कर दिया है ठंडा पानी? जान लें क्या होगा असर
आईआईटी कानपुर की स्टडी है कि ये वेरिएंट फोर्थ वेव ला सकता है, तो वहीं कई स्टडीज कह रही हैं कि नहीं ऐसा नहीं होगा ये तो समय ही बताएगा कि क्या होगा।’ वहीं, कुछ डॉक्टर्स का कहना है, ‘चौथी लहर आएगी तो चाह महीने रहेगी ऐसा कहा गया है। 15 अगस्त को वो पीक पर होगी। ऐसे में हमें तैयार जरूर रहना होगा।
पढ़ें- प्रदेश की 80 हजार स्वास्थ्य मितानिनें हड़ताल पर गईं, प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की मांग
डॉक्टर गीता कमपानी का कहना है, ‘आरामदायक कोई भी बीमारी हो ही नहीं सकती है। इस बीमारी से बचाव का सबसे कारगर तरीका है प्रिवेंशन यानी प्रिवेंशन इज बेटर देन क्यॉर तो ये कोविड की बीमारी पर बिल्कुल लागू होता है।
आप इस बीमारी को प्रिवेंट कीजिए। जैसे आपको लगता है कि खांसी, बुखारी, जुकाम हो रहा है और ऐसे कई केसेज हो रहे हैं तो वो अपना टेस्ट कराएं, अगर पॉजिटिव हैं तो खुद को आइसोलेट करें और बाकी लोग भी उनसे डिस्टेंस मेंटेंन करें, मास्क लगाकर रखें। तो इस बीमारी को प्रिवेंट करो। वो कहते हैं ना ट्रैक, ट्रीट एंड आइसोलेट तो वहीं इस बीमारी का सबसे अच्छा उपाय है।’