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#SwarnaShardaScholarship: आर्थिक तंगी के बावजूद नहीं डिगे हौसले, किसान की बेटी ने बढ़ाया माता-पिता मान, IBC 24 ने किया सम्मानित…

#SwarnaShardaScholarship: आर्थिक तंगी के बावजूद नहीं डिगे हौसले, किसान की बेटी ने बढ़ाया माता-पिता मान, IBC 24 ने किया सम्मानित...

Edited By :   Modified Date:  July 31, 2023 / 07:34 PM IST, Published Date : July 31, 2023/7:34 pm IST

महासमुंद । IBC24 Swarna Sharda Scholarship 2023 : आईबीसी 24 समाचार चैनल की ओर से हर साल जिले की टॉपर बेटियों को दी जाने वाली स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप को लेकर कार्यक्रम सोमवार को शाम 4 बजे आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विशेष रूप से शिरकत की। इस वर्ष प्रदेश के 33 जिलों की टॉपर्स बेटियों ने सीजी बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा में सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं।

आर्थिक तंगी के बावजूद हौसले नहीं डिगे

महासमुंद जिले के गांव डोंगरीपाली में रहने वाली एक छोटे से किसान की बेटी माधुरी साहू ने आर्थिक तंगी के बावजूद छत्तीसगढ़ मध्यमिक शिक्षा मंडल की बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में पूरे जिले टॉप कर ये बता दिया कि हालात चाहे जैसे हों इरादों के सामने टिक नहीं सकते। माधुरी ने दसवीं तक की पढ़ाई अपने गांव डोगरीपाली से ही की। आगे की पढाई के लिए उसने अपने गांव से दूर कमरौद के हाई स्कूल में दाखिला लिया और इसी स्कूल में पढ़ते हुए माधुरी ने बारहवीं में 93 प्रतिशत अंक हासिल कर पूरे महासमुंद जिले में पहला स्थान प्राप्त किया। माधुरी के पिता घनाराम साहू एक छोटे किसान हैं और मात्र चार एकड़ जमीन पर खेती करते हैं घर का खर्चा चलाने के लिए उसकी माँ किरण बाई गांव में ही किराने की दूकान चलाती हैं जिस पर कभी कभी माधुरी को भी बैठना पड़ता है।

माधुरी बचपन से है पढ़ाई में होशियार 

माधुरी बचपन से ही पढ़ाई में होशियार है यह बात जानते हुए उसके माता पिता उसे और आगे पढ़ना चाहते हैं। ग्यारहवीं और बारहवीं की पढाई माधुरी के लिए आसान नहीं रही उसे पढ़ने के रोज अपने गांव से कमरौद तक साइकल से स्कूल जाना पड़ता था। स्कूल से आने के घर के काम में माँ का सहयोग करने के बाद वह तीन तीन घंटे तक लगातार पढ़ाई करती थी। माधुरी को केवल पढाई का शौक है वह स्कूल की पुस्तकों के अतिरिक्त अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकें भी बड़े चाव से पढ़ती है। उसका एक छोटा भाई गिरिवर भी गांव के स्कूल में ही नवमी कक्षा में पढ़ रहा है उसकी बड़ी बहन मनीषा ने रायपुर में अपने मामा के घर पर रहकर बीए की पढ़ाई की है। माधुरी के पिता कहते हैं कि वे अपनी बेटी को प्रशासनिक सेवा की परीक्षा की तैयारी के लिए रायपुर में कोचिंग दिलवाना चाहते हैं और स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से इस काम में उन्हें मदद देगी।