चुनाव कराने में अफसर काबिल हैं या नहीं, परखने हुई परीक्षा,20 नंबर का पर्चा, फेल हुए तो दोबारा एग्जाम
चुनाव कराने में अफसर काबिल हैं या नहीं, परखने हुई परीक्षा,20 नंबर का पर्चा, फेल हुए तो दोबारा एग्जाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पूर्व निर्वाचन आयोग ने शनिवार को राज्य के सभी कलेक्टर्स और करीब 300 एआरओ की लिखित परीक्षा ली। इस परीक्षा के नतीजों से ही तय होगा कि ये अफसर चुनावी प्रक्रिया में शामिल करने लायक हैं या नहीं। परीक्षा में फेल होने वाले अफसर चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बन सकेंगे। परीक्षा के लिए राजधानी रायपुर के एससीईआरटी में परीक्षा केंद्र बनाया गया था, जहां 300 से ज्यादा एआरओ और डीआरओ मौजूद रहे।
कई जिलों के कलेक्टर्स और सीईओ परीक्षा में शामिल रही। इस दौरान 90 फीसदी उपस्थिति रही। बताया गया कि इसमें फेल होने वाले अधिकारियों को दुबारा मौका मिलेगा। परीक्षा के दौरान 20 नंबर के पेपर में मल्टीपल और लघुउत्तरीय प्रश्न पूछे गए।
छत्तीसगढ़ के चुनावी इतिहास में ये पहला मौका है जब चुनावी ड्यूटी से पहले यहां तक कि कलेक्टर्स को भी ऐसी परीक्षा देनी पड़ी। हालांकि निर्वाचन आयोग ने चुनाव से पहले राज्य के अफसरों की लिखित परीक्षा लेने की परंपरा कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान की थी। शनिवार को आयोजित ये परीक्षा प्रदेश के तीन संभाग मुख्यालयों रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर में आयोजित की गई।
ये परीक्षा निर्वाचन आयोग की देखरेख में हुई। इसके लिए पर्यवेक्षक बकायदा दिल्ली से रायपुर आए हैं। प्रश्नपत्र भी दिल्ली से ही आया। निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो इसकी तैयारी के मद्देनजर निर्वाचन आयोग अफसरों के लिए ऐसी परीक्षा ले रहा है। साथ ही यह भी उद्देश्य है कि चुनावी प्रक्रिया में जुड़े अफसरों को प्रक्रिया की पूरी और गहन जानकारी है या नहीं, यह भी जानकारी चुनाव से पूर्व ही मिल जाए।
हालांकि इस परीक्षा के परिणाम सार्वजनिक नहीं होंगे, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि इस परीक्षा में फेल होने वाले अफसरों को चुनाव प्रक्रिया से अलग रखा जाएगा या जिम्मेदारी ऐसी दी जाएगी जो आसान सी हो।

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