अंबिकापुर । नगर निगम चुनाव के साथ अब भाजपा वोटर लिस्ट की निगरानी में जुट गई है। भाजपा को आशंका है कि कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग कर वोटर लिस्ट में फेरबदल कर सकती है। यही कारण है कि अपनी आपत्ति जिला प्रशासन को दर्ज करने के साथ ही वार्डों में पार्षदों और भाजपा नेताओं को सक्रिय कर दिया गया है। इधर कांग्रेस भाजपा के निगरानी को ढकोसला बता रही है। वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्ष को डर है कि उसे हार का सामना करना पड़ सकता है। यही कारण है कि भाजपा वोटर लिस्ट के निगरानी और उसमें छेड़छाड़ का मनगढ़ंत आरोप लगा रही है।
दरअसल अंबिकापुर नगर निगम का परिसीमन हो चुका है और 48 वार्ड वाले इस नगर निगम में वोटर लिस्ट तैयार करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। भाजपा का साफ तौर पर आरोप है कि परिसीमन की प्रक्रिया के दौरान वार्डो की सीमा को लेकर कोई लैंड मार्क तय नहीं किया गया है। यही कारण है कि कांग्रेस जहां परिसीमन में मनमानी कर चुकी है तो अब वोटर लिस्ट में मनमानी तरीके से छेड़छाड़ कर सकती है। भाजपा का यह भी आरोप है कि जिन वार्डो में भाजपा लीड करती रही है उन वार्डो में ज्यादा फेरबदल हो सकते हैं ऐसे में अब भाजपा ने वोटर लिस्ट की निगरानी शुरू कर दी है।
भाजपा का कहना है कि वार्ड में पार्षदों के साथ ही भाजपा नेताओं को सक्रिय कर दिया गया है ताकि जो कर्मचारी वोटर लिस्ट तैयार कर रहे हैं उनके साथ सही तरीके से वोटर लिस्ट का निर्माण कराया जा सके। इसे लेकर भाजपा ने अपनी आपत्ति जिला प्रशासन को भी दर्ज कराई है। इधर कांग्रेस का कहना है कि इस पंचवर्षीय को छोड़कर नगर निगम में भाजपा की सत्ता थी और प्रदेश में भाजपा काबिज थी और जब भाजपा ने अपने सत्ता का दुरुपयोग किया था। तो पूरी तरीके से मनमानी की गई थी मगर इस बार पूरे नियम के अनुरूप परिसीमन के साथ होटल्स का निर्माण किया जा रहा है।
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कांग्रेस का यह भी कहना है कि अब भाजपा को विधानसभा की तरह नगरी निकाय चुनाव में हार का डर है। जिससे डरी भाजपा अनर्गल आरोप लगा रही है ऐसे में कहा जा सकता है कि भले ही नगर निगम में परिसीमन और वोटर लिस्ट तैयार करने की कार्रवाई जिला प्रशासन और शासन के नियम के अनुरूप किए जा रहे हो मगर इसे लेकर भी नेता राजनीति कर रहे हैं । भाजपा जहां इसे कांग्रेस का पद का दुरुपयोग बता रही है वहीं कांग्रेस भाजपा का ऐसे में यह तो जनता ही तय करेगी कि आखिर वोटर लिस्ट और परिसीमन के बाद शहर की सत्ता किसके हाथ में होगी।
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