भोपाल, एक फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए गए आम बजट को पूरी तरह से आमजन विरोधी व निराशाजनक बजट बताया है।
कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना की महामारी के भीषण संकट काल के समय आज आये देश के इस आम बजट से देशवासियों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन इस बजट से आमजन को भारी निराशा हुई है। कोरोना महामारी में ध्वस्त अर्थव्यवस्था को देखते हुए आमजन को राहत देने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।’’
उन्होंने आगे लिखा, ‘‘देश का सबसे बड़ा वर्ग किसान वर्ग जो अपने हक को लेकर सड़कों पर पिछले दो माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहा है, उसके लिए इस बजट में कुछ नहीं है। सिर्फ झूठे वादे, वर्षों पुराना आय दोगुनी का एक बार फिर वादा, एक तरफ नये कृषि कानूनों से मंडी व्यवस्था को खत्म करने का काम और आज बजट में मंडी व्यवस्था को मजबूत करने का झूठा वादा। झूठे वादों से गुमराह करने का काम।’’
कमलनाथ ने कहा, ‘‘कोरना महामारी के बाद बड़ी संख्या में युवा वर्ग को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। युवा वर्ग के रोजगार को लेकर इस बजट में कुछ नहीं है। कई वर्षों पुरानी घोषणाओं को इस बजट में एक बार फिर दोहराने का काम किया गया है।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा नीत सरकार पर तंज कसते हुए आगे लिखा, ‘‘जो लोग कहते थे कि देश नहीं बिकने दूंगा, उनका आज नारा है सब चीज बेच दूंगा। यह इस बजट से भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है।’’
कमलनाथ ने कहा, ‘‘गरीब-मध्यमवर्गीय के लिये इस बजट में कुछ नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि आयकर में छूट की उम्मीद थी लेकिन छूट नहीं बढ़ायी गयी।
कमलनाथ ने कहा, ‘‘यह बजट महंगाई बढ़ाने वाला बजट है। पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इस बजट में करों में भारी राहत की जनता को उम्मीद थी, लेकिन जनता एक बार फिर ठगी गयी है।’’
उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया एवं डिजिटल इंडिया के पुराने नारों की तरह अब आत्मनिर्भर के नए नारे के साथ आंकड़ों की हेराफेरी कर देश की जनता को गुमराह करने का काम इस बजट में किया गया है, जो लोग प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का विरोध करते थे वो आज एफडीआई को हर क्षेत्र में लागू कर रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा, ‘‘यह बजट पूरी तरह से आमजन विरोधी व निराशाजनक बजट है।’’
भाषा रावत धीरज
धीरज