इंदौर (मध्यप्रदेश),19 मार्च (भाषा) शहर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के मुर्दाघर में दो युवतियों के संदिग्ध हालात में मौजूद रहने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने से मचे बवाल के बाद एक ठेकेदार कंपनी के दो कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इसके साथ ही, अस्पताल के एक वार्ड बॉय को निलंबित कर दिया गया है।
प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि विवादास्पद तस्वीरों को लेकर मीडिया की खबरों के बाद यह कार्रवाई की गई है। इन तस्वीरों में दो युवतियां मुर्दाघर में दो कर्मचारियों के साथ संदिग्ध हालात में नजर आ रही हैं।
ये तस्वीरें मंगलवार रात की बताई जा रही हैं और सोशल मीडिया पर इनके वायरल होने के बाद एमवायएच प्रबंधन की किरकिरी हो रही है।
अधिकारियों के मुताबिक इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन कुमार शर्मा द्वारा मामले का संज्ञान लिए जाने के बाद एक ठेकेदार कंपनी के उन दो कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं जो युवतियों के साथ मुर्दाघर में कथित तौर पर मौजूद थे। साफ-सफाई, सुरक्षा और अन्य सेवाओं को लेकर इस कम्पनी का एमवायएच के साथ अनुबंध है।
एमवायएच, शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से सम्बद्ध है। महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि मुर्दाघर में काम करने वाले एक वार्ड बॉय को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही, मुर्दाघर के प्रभारी अधिकारी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
एमवायएच के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बताया कि संभाग आयुक्त के निर्देशों के मुताबिक ठेकेदार कंपनी पर 20,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
भाषा हर्ष मनीषा
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