एक मंदिर ऐसा भी जहां दिन में तीन रूप बदलती हैं देवी महालक्ष्मी, कलचुरी शासकों द्वारा निर्मित इस मंदिर में आज उमड़ता है जन सैलाब | There is also a temple where Goddess Mahalakshmi changes three forms during the day

एक मंदिर ऐसा भी जहां दिन में तीन रूप बदलती हैं देवी महालक्ष्मी, कलचुरी शासकों द्वारा निर्मित इस मंदिर में आज उमड़ता है जन सैलाब

एक मंदिर ऐसा भी जहां दिन में तीन रूप बदलती हैं देवी महालक्ष्मी, कलचुरी शासकों द्वारा निर्मित इस मंदिर में आज उमड़ता है जन सैलाब

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:42 PM IST, Published Date : October 27, 2019/5:37 am IST

जबलपुर । प्रदेश का इकलौता ऐसा लक्ष्मी मंदिर है जहां माता महालक्ष्मी दिन में तीन रुप धारण करती है। आधारताल में बना ये मदिर कलचुरी शासकों के द्वारा तैयार किया गया था। मंदिर के कलश पर बने श्रीयंत्र के कारण मंदिर का महत्व विशेष बताया जाता है। मंदिर में आने वाले भक्तों का कहना है कि उन्होने इस मंदिर जैसे लक्ष्मी मां को रुप बदलते कहीं नही देखा। दीपावली पर मंदिर में होने वाली खास पूजा श्रृद्धालु देवी दर्शन के लिए जरुर आते हैं।

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बता दें कि कलचुरी शासकों के द्वारा बनवाया गया जबलपुर का ये लक्ष्मी मंदिर प्रदेश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां देवी तीन रुप बदलती है। मंदिर को कुछ इस तरह बनाया गया है जिससे सुबह सूर्य की पहली किरण से मां का ललाट चमक उठता है। दोपहर के समय मां के चेहरे का रंग हल्का पीला हो जाता है। शाम होने के बाद देवी का चहरा मुरझाने लगता है और माँ की सूरत सांवली नज़र आने लगती है। मंदिर के पुजारी के मुताबिक मंदिर के कलश में श्रीयंत्र भी बना है। जिसके चलते मदिर के प्रति लोगो की आस्था और बढ जाती है। पुजारी बताते हैं कि माँ महालक्ष्मी के इस प्राचीन मंदिर में लोगों को आते ही अद्भुत शांति मिलती है जो इस मंदिर का सबसे बड़ा चमत्कार है।

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लोगों का कहना है कि मां लक्ष्मी सभी को धन और समृद्धि देती है लेकिन धन वैभव के साथ इस मंदिर में आने से उन्हे असीम शांति मिलती है। दीपावली पर होने वाली विशेष पूजा के दौरान मंदिर के प्रति लोगों का आकर्षण और बढ़ जाता है। दूर दूर से लोग मां के दर्शन और अपने मन की मुरादों को लेकर यहां आते हैं और उनकी मनोकामना भी यहां पूरी होती है।

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