Squirrel became the cause of death: सीकर। राजस्थान के सीकर में हैरान करने वाल मामला सामने आया है। जिसमें एक गिलहरी की वजह से गांव में 5 मौत हो गई। ये सुनकर आपको जरूर हैरानी होगी लेकिन मौत कब किसकी और कैसे आ जाए कोई नहीं कह सकता। दरअसल, शुक्रवार को सीकर जिले में गोवटी में एक गिलहरी खंभे के सहारे बिजली के तारों पर चढ़ी। जिसके टकराने पर करंट खंभे तक पहुंच गया। ये करंट खंबे से होता हुआ तारों तक पहुंचा ये तार पशुओं और जानवरों की बाड़ेबंदी के लिए लगाए गए थे।
ये भी पढ़ें- बिजनेस वूमन चलाएगी अब प्रदेश की सत्ता! मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार है ये महिला
Squirrel became the cause of death: बाड़े का मालिक जब तारों के पास पहुंचा तो वह इस बात से अंजान था कि बाड़ेबंदी के लिए लगाए गए तारों में करंट दौड़ रहा है। इस बात से बेखबर मालिक ने जैसे ही तार को छूआ तो करंट उसके पूरे शरीर में दौड़ गया और मालिक की मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान मलिक सहित 4 बकरियां भी इस कंरट का शिकार हो गई। करंट लगने से 4 बकरियों सहित मलिक की मौत हो गई। आनन फानन में ग्रामीणों ने मृतक रणजीत गुर्जर को पलसाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
ये भी पढ़ें- आज की मॉर्निंग क्लास में पन्ना कलेक्टर की लगी क्लास, जानें किस बात पर नाराज हुए सीएम
Squirrel became the cause of death: काफी देर बाद जब ग्रामीणों ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की, कि तारों में करंट कहा से आया जिसके बाद इस बात का खुलासा हुआ। दरअसल जब ग्रामीणों ने खंबे से चिपकी मरी गिरहरी को देखा तो समझ आया कि गिलहरी के शरीर से करंट दौड़ रहा है। जिससे खंबे से करंट तारों तक पहुंचा। इस घटना के बाद बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों के आक्रोश के बीच शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। उधर बाड़े के मालिक का मौत की खबर जैसे ही घर पहुंची तो घर सहित पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। बता दें कि मृतक रणजीत गुर्जर चार भाई बहनों में एक था। करीब एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। मौत के बाद उसकी पत्नी व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
ये भी पढ़ें- केरल के तिरुवनंतपुरम में इस पार्टी के कार्यालय पर हमला, रात दो बजे बाइक से आए हमलावर
Squirrel became the cause of death: घटना के बाद परिजनों व ग्रामीणों में बिजली निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ग्रामीण पलसाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर ही धरने पर बैठ गए। बिजली निगम से मुआजवे की मांग के साथ निगम के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दिनभर चले धरने प्रदर्शन के बाद बिजली निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिजली निगम से अधिकतम मुआवजा सहित मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के बीमे के 5 लाख रुपये दिलवाने का आश्वासन देकर मामला शांत करवाया। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा गया।