कूड़ा फेंकने को लेकर विवाद में पुलिसकर्मी समेत उसकी मां और बहन की हत्‍या, मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार

कूड़ा फेंकने को लेकर विवाद में पुलिसकर्मी समेत उसकी मां और बहन की हत्‍या, मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार

कूड़ा फेंकने को लेकर विवाद में पुलिसकर्मी समेत उसकी मां और बहन की हत्‍या, मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:37 pm IST
Published Date: November 21, 2020 11:30 am IST

बांदा (उप्र), 21 नवंबर (भाषा) बांदा शहर में शुक्रवार मध्यरात्रि नाली में कूड़ा फेंकने को लेकर हुए विवाद में चचेरे भाइयों ने धारदार हथियार से हमला कर एक सिपाही, उसकी मां एवं बहन की कथित रूप से हत्या कर दी। वारदात में दो अन्य लोग घायल भी हुए हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में शुक्रवार रात तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया और एक महिला को हिरासत में ले लिया बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता एवं पूर्व मंत्री जीसी दिनकर ने इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पुलिस चाहती, तो इस घटना को रोक सकती थी।

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नगर पुलिस उपाधीक्षक आलोक मिश्रा ने शनिवार सुबह ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘बांदा शहर के गायत्री नगर (चमरौड़ी) मोहल्ले के परशुराम तालाब में शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे नाली में कूड़ा और सड़े चावल फेंकने को लेकर हुए विवाद के बाद प्रयागराज जिले के नैनी थाना में तैनात सिपाही अभिजीत वर्मा (27), उसकी बहन निशा वर्मा (29) और मां रमावती (54) की उनके पड़ोसियों एवं (अभिजीत वर्मा के) चचेरे भाइयों ने कुल्हाड़ी और लाठी-डंडों से हमला कर तथा तमंचे से गोली मारकर कथित रूप से हत्या कर दी।’

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उन्होंने बताया, ‘इस सिलसिले में रात करीब दो बजे छापेमारी कर एक घर से मृत सिपाही के चचेरे भाई देवराज, शिवपूजन और बबलू को घटना में इस्तेमाल किये गए हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया और आरोपियों के परिवार की एक महिला को भी हिरासत में लिया गया।’’ उन्होंने बताया कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। मिश्रा ने बताया, ‘हमले के दौरान सिपाही अभिजीत, उसकी बहन और मां को बचाने में अभिजीत के साथी दिलीप (24) और एक महिला रज्जो देवी (35) भी कुल्हाड़ी लगने से घायल हो गए, जिन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिपाही अवकाश में दिवाली मनाने अपने घर आया था। तीनों शवों का शनिवार को पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।’’

वहीं, शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) दिनेश सिंह ने बताया, ‘चचेरे भाइयों के बीच नाली में कूड़ा और सड़े चावल फेंकने को लेकर शुक्रवार देर शाम पहले मामूली विवाद हुआ, जिसके बाद अभिजीत के चचेरे भाई देवराज, शिवपूजन और बबलू ने तमंचे से हवा में गोलियां चलाकर दहशत फैलाने की कोशिश की।’ उन्होंने बताया कि इसके बाद रात करीब साढ़े 11 बजे पांच-छह लोगों ने अभिजीत के घर धावा बोल दिया और घर से बाहर घसीट कर तीनों की हत्या कर दी सिंह ने बताया, ‘सिपाही अभिजीत, उसकी बहन निशा और मां रमावती को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मोहल्ले में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।’

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पुलिस ने बताया, ‘अभिजीत का छोटा भाई सौरभ भी पुलिस का प्रशिक्षित सिपाही है। वह आज सुबह बांदा कोतवाली आ गया है। उसकी तहरीर पर हत्या का मुकदमा लिखा जा रहा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।’ घटना की जानकारी मिलने पर बांदा परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. सत्यनारायण, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा और जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले में आवश्यक कार्रवाही के निर्देश दिए। इस बीच पूर्व मंत्री दिनकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘बांदा शहर में एक सिपाही, उसकी बहन और मां की हत्या पुलिस की लापरवाही की वजह से हुई है। यदि पुलिस चाहती तो घटना टल सकती थी।’

उन्होंने कहा, ‘‘नाली में कूड़ा फेंकने को लेकर बृहस्पतिवार को विवाद हुआ था। इसकी शिकायत लेकर रमावती उसी दिन कालूकुआं पुलिस चौकी गयी थी, लेकिन पुलिस ने परिवारिक विवाद बताकर उन्हें भगा दिया था। इसके बाद महिला ने शहर कोतवाल से मिलकर मदद की गुहार लगाई थी और बड़ी घटना का अंदेशा जताया था, लेकिन वहां भी कोई तरजीह नहीं दी गयी। पुलिस की लापरवाही का नतीजा अब सबके सामने है।’ दिनकर ने कहा, ‘जहां तक मुझे जानकारी मिली है तो अभिजीत ने भी घटना से कुछ समय पहले कोतवाल के सरकारी फोन पर वारदात होने की आशंका व्यक्त की थी, तब भी कोतवाल ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया था।’

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इस बीच मृत सौरभ वर्मा ने कहा, ‘हमलावर उनके चचेरे भाई हैं और दोनों के घर अगल-बगल हैं। हम दोनों भाइयों का सिपाही पद पर चयन होने से देवराज के परिवार के लोग चिढ़ गए थे और अक्सर विवाद करते रहते थे। उनका मकसद था कि हम अपना घर बेचकर कहीं और चले जाएं।’ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘तिहरे हत्याकांड में पुलिस की लापरवाही की भी जांच की जा रही है। यदि पुलिस की चूक सामने आई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com