कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सिंधिया समर्थकों ने मनाया जश्न, माधवराव सिंधिया की समाधि पर चढ़ाए फूल | Scindia supporters celebrate celebration after Kamal Nath's resignation, flowers offered at the tomb of Madhavrao Scindia

कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सिंधिया समर्थकों ने मनाया जश्न, माधवराव सिंधिया की समाधि पर चढ़ाए फूल

कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सिंधिया समर्थकों ने मनाया जश्न, माधवराव सिंधिया की समाधि पर चढ़ाए फूल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : March 20, 2020/3:49 pm IST

ग्वालियर। ग्वालियर में मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद प्रदेश भर के भाजपाई जश्न मना रहे हैं। इसी कड़ी में ग्वालियर में सिंधिया समर्थकों ने पटाखे जलाए और मिठाई खिलाकर, डांस कर अपनी खुशी का इजहार किया। यहां कांग्रेस से बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थकों को कांग्रेस पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

ये भी पढें: मध्यप्रदेश में सरकार के अलावा अब एक राज्यसभा सीट भी…

दरअसल प्रदेश में सियासी हलचल के बीच शुक्रवार को सांसे थाम कर बैठे सिंधिया समर्थक उस वक्त खुशी से झूम उठे, जब विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राज्यपाल लाल जी टण्डन को इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद प्रदेश समेत ग्वालियर में भी जश्न का माहौल देखने को मिला। महाराज बाड़े पर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक सड़क पर उतर आए और ढोल-ताशे की धुन पर नाचकर और मिठाई बांटकर फटाके जलाकर अपनी खुशी जाहिर की।

ये भी पढें: कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने सीएम हाउस पहु…

वही कमल नाथ सरकार के गिरने पर ग्वालियर में कई स्थानों पर जश्न मनाया गया। इनमें ऐतिहासिक सिंधिया की छतरी पर शामिल है। यहां सिंधिया समर्थकों ने माधवराव सिंधिया की समाधि पर पहुंचकर पुष्प अर्पित किए और उसके बाद एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। यहां खुशी मनाने पहुचे सिंधिया समर्थकों का कहना है कमल नाथ ने जनता से किये वादे पूरे नहीं किये नतीजतन उनके नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ दी थी। अब सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से कांग्रेस की सरकार का पतन हो गया।

ये भी पढें: कोरोनावारस की रोकथाम की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी…

कुल मिलाकर मुख्यमंत्री कमल नाथ के इस्तीफा देने के साथ ही पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में चली आ रही राजनैतिक गहमा-गहमी बहुत हद तक थमने के आसार हैं।