बालोद। ग्राम दरबारी नवागांव मे शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों को अपने स्कूल जाने के लिये घुटने तक पानी को पार करना पड़ रहा है। क्योंकि बारिश का पानी स्कूल गेट के सामने मैदान में भरा हुआ है।
पढ़ें- कृषि बजट के लिए 46 हजार 559 करोड़ रुपए का प्रावधान, किसानों को कैसे मिलेगा लाभ.. जानिए
सबसे बड़ी चिंता तो ये हैं कि बरसात में कीड़ों का भी डर रहता है। बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों से छात्रों को ऐसी ही परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है। आनन फानन मे इस बार स्कूल परिसर मे बने दीवार के एक किनारे को तोड़कर रास्ता बनाया गया है। ताकि बच्चे को स्कूल आने जाने मे पानी को पार न करना पड़े।
पढ़ें- रेत खनन से रोका तो चला दी गोली, ग्रामीणों के जुटते ही कार छोड़कर भा…
दूसरी ओर बरसात के इन दिनो यहां पीने की भी पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हैंण्डपम्प तो है पर उसमे गंदा पानी निकलता है। जोकि पीने लायक नहीं रहता। लिहाजा स्कूल से दूर गांव के एक घर से पीने के पानी की व्यव्स्था करनी पड़ती है। स्कूल की इन तमाम परिस्थितियों से शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अनजान थे। मीडिया के माध्यम से उन्हें मिली तब कही जाकर वो हरकत में आए और अब स्कूल की व्यवस्था को बेहतर करने का आश्वासन दे रहे हैं।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/vt3IZcI3Gfw” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>