पेंड्रा।भारतीय रेल में एक और नया बदलाव किया गया है। जिसके चलते ट्रेनों में अब टीटीई के हाथों में आरक्षण चार्ट नहीं रहेगा बल्कि वे हैंडहेल्ड टर्मिनल (टैबलेट) लेकर चलेंगे। साउथ सेंट्रल रेलवे के विजयवाड़ा मंडल में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना की शुरुआत की गयी जहां सफल रहने के बाद अब दूसरे जोन में लागू करने की तैयारी है जिसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर भी शामिल है।
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बता दें कि यहां की पांच ट्रेनों में सबसे पहले टीटीई टैबलेट के साथ डयूटी करते हुये नजर आएंगे। दरअसल रेलवे अपना सारा काम हाईटेक करते जा रही है ताकि यात्रियों को असुविधा न हो और कर्मचारी भी डयूटी के दौरान बेहतर ढंग से काम कर सकें। हैंडहेल्ड टर्मिनल भी इसी के तहत शुरुआत की जा रही है अब यात्रियों को भी इस टर्मिनल से आरक्षण चार्ट मे तत्काल नाम मिल जाएगा।
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अभी तक रेलगाड़ियों में टीटीई को आरक्षण का लंबा चौड़ा चार्ट लेकर चलना पड़ता था बर्थ की उपलब्धता और टिकटों की जांच अभी तक टीटीई इसी चार्ट के माध्यम से करते हैं अब यह इस टर्मिनल के माध्यम से किया जावेगा। आईटी की पहल से तैयार किये गये हैंडहेल्ड टर्मिनल से कागजों का कार्य समाप्त हो जाएगा इससे रेलवे की कागज में होने वाला खर्च भी बचेगा साथ ही रेलमार्ग के सभी स्टेषनों की बर्थ की उपलब्धता तुरंत पता चल सकेगी। वहीं स्टेशन या ट्रेन में जुर्माना करने के लिये टीटीई रसीद के बजाय इसी मशीन का उपयोग करेंगे। इससे बर्थ को लेकर ट्रेनों में होने वाली धांधली भी काफी हद तक रूक सकेगी। इस सुविधा को फिलहाल दुर्ग जम्मूतवी, बिलासपुर इतवारी इंटरसिटी, शिवनाथ एक्सप्रेस, दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस के साथ ही दुर्ग निजामुददीन संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में जल्द ही उपयोग में लाना शुरू किया जावेगा।