ओरछा। मध्यप्रदेश के 52 वें जिले के रूप में अस्तित्व में आये जिला निवाड़ी के नाम को लेकर अब रार ठन गयी है। जिले के ओरछा के रहने वाले लोगों ने इसकी वैश्विक पहचान के आधार पर नाम में ओरछा धाम जोड़ने की मांग उठाई है। इस मांग के बाद जिले के नामकरण पर एक नई बहस छिड़ती दिखाई दे रही है।
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निवाड़ी जिला साल 2018 में अस्तित्व में आया था, 2 विधानसभा क्षेत्रों वाले इस जनपद की हृदयस्थली ओरछा को माना जाता है, विश्व मानचित्र पर धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से ओरछा की पहचान है, इसी आधार पर यहां के लोग जिले के नाम में ओरछा धाम जोड़ने की मांग कर रहे हैं। लोगों का यह तर्क है कि नाम में ओरछा जुड़ जाने से निवाड़ी को भी नई पहचान मिल सकेगी ।
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एक ओर जंहा निवाड़ी जिले के नाम को बदले जाने की सुगबुगाहट है तो दूसरी और ऐसे किसी संभावित कदम को लेकर निवाड़ी कुछ लोगों ने हल्ला बोल की कोशिश की है, धरना प्रदर्शन तक आयोजित किये गए, नाम बदलने का कुछ लोग पुरजोर विरोध कर रहे हैं। इस विरोध के पीछे उनके अपने तर्क हैं।
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एक ओर जहां ओरछा और निवाड़ी के बीच नाम को लेकर विवाद और रस्साकस्सी दिख रही थी तो इन सब के बीच संख्याबल के प्रदर्शन की भी होड़ शुरू हो गयी है, पृथ्वीपुर के लोग नाम में ओरछा धाम जोड़े जाने का समर्थन कर रहे हैं, उनके समर्थन का एक बड़ा कारण यह भी की ओरछा के कारण इस जिले की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान है वे मानते हैं इससे जिले को और यहां के निवासियों को एक नई पहचान मिल सकेगी।
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