छत्तीसगढ़ में मिशन 2018 के लिए तगड़ी मोर्चेबंदी,सियासी कुरुक्षेत्र में किसका चलेगा दांव ?
छत्तीसगढ़ में मिशन 2018 के लिए तगड़ी मोर्चेबंदी,सियासी कुरुक्षेत्र में किसका चलेगा दांव ?
छत्तीसगढ़ में मिशन 2018 की तैयारियां ज़ोर पकड़ रही हैं । बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का ध्यान अब रायगढ़ जिले पर केंद्रित होता दिख रहा है । जहां कांग्रेस ने PCCअध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में पदयात्रा का आगाज किया. तो वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह कल रायगढ़ की राजनीति की थाह लेंगे.
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विधानसभा चुनावों में भले ही अभी दस महीने से ज्यादा समय बाक़ी हो लेकिन राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने और उनके बीच अपनी पैठ बनाने की मुहिम शुरू कर दी है । रायगढ़ ज़िले में कांग्रेस ने गुरुवार से पदयात्रा का आगाज किया है ।पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल की अगुवाई में ये पदयात्रा शुरू हुई है. जबकि प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी रायगढ़ ज़िले के दौरे पर हैं । पांच विधानसभा सीटों वाले रायगढ़ ज़िले में 2 सीटें सामान्य जबकि एक पिछडा और दो अनूसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं । अगर सियासी समीकरणों की बात करें तो खरसिया और धरमजयगढ़ सीट कांग्रेस के कब्जे में हैं..वहीं तीन सीटें लैलूंगा, रायगढ़ और सारंगढ़ में बीजेपी काबिज है । कांग्रेस ने पदयात्रा को इन्हीं विधानसभाओं में फिर से फोकस किया है । पदयात्रा की शुरुआत जहां धरमजयगढ़ विधानसभा के घरघोड़ा से हुई है. वहीं चार दिनों की ये यात्रा लैलूंगा, रायगढ़ और खरसिया विधानसभाओँ से होकर गुजरेगी । कांग्रेस का कहना है कि पदयात्रा के जरिए कांग्रेस न सिर्फ लोगों के बीच जा रही है बल्कि उनकी समस्याएं-शिकायतें भी सुन रही है. साथ ही उन्हें कांग्रेस की रीति नीति से भी अवगत करा रही है । कांग्रेस के नेता खरसिया सीट को लेकर श्योर हैं..पर शेष चार सीटों में जीत के लिए ख़ास व्यूहरचना में जुट गए हैं । कांग्रेस का फोकस अपने जनाधार को बढ़ाने पर तो है ही..साथ ही बीजेपी के भी हर मूव पर उसकी नज़र है ।
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भाजपा भी रायगढ़ की जंग को बेहद अहम मान रही है और अपनी जीत के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही हैं..मिसाल के तौर पर पार्टी ने यहां यूथ फैस्टिवल का आयोजन का एलान किया । इस कार्यक्रम के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय को न्योता भेजा गया है । इतना ही नहीं जिला मुख्यालय में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह भी इलाके को मथने वाले हैं । गुरुवार को जहां जांजगीर जिले में वो बैठक लेते रहे..वहीं शुक्रवार को रायगढ़ की तैयारियों का जायजा लेने वाले हैं । सौदान सिंह यहां पार्टी के जिला कार्यालय के नए भवन का उद्घाटन करेंगे और पदाधिकारियों के साथ-साथ बूथ लेवल के कार्यकर्ताओँ की बैठक लेंगे ।
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दोनों ही ओर से तैयारियां भरपूर हैं और चुनावी जंग के लिए भरपूर ताक़त जुटाने में लगे हैं दोनों दल । ये सही है कि रायगढ़ कांग्रेस का गढ़ रहा है लेकिन 2013 में बीजेपी को यहां कांग्रेस के मुकाबले 1 सीट ज्यादा मिली है..ऐसे में सवाल यही है कि 2018 में क्या कांग्रेस अपने गढ़ को खुद को मजबूत साबित कर पाती है. या फिर बीजेपी की सीटों की संख्या बढ़ती है?
अविनाश पाठक आईबीसी24, रायगढ़

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