जहरीली शराब मौत मामला: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ग्रामीणों के शराब नहीं पीने की पुष्टि

जहरीली शराब मौत मामला: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ग्रामीणों के शराब नहीं पीने की पुष्टि

जहरीली शराब मौत मामला: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ग्रामीणों के शराब नहीं पीने की पुष्टि
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: September 11, 2020 4:59 pm IST

मेरठ, 11 सितम्बर (भाषा) उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले के मीरपुर जखेड़ा गांव में तीन ग्रामीणों की कथित जहरीली शराब से मौत के बाद कराए गए पोस्टमॉर्टम में उनके शराब नहीं पीने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उधर,पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आबकारी विभाग ने तीनों युवकों की जहरीली शराब से मौत के आरोपों को खारिज कर दिया है।

थाना प्रभारी रिषिपाल सिंह ने शुक्रवार को बताया कि मीरपुर जखेड़ा गांव के तीनों व्यक्तियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई है, रिपोर्ट में एल्कोहल नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच के लिए बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है।

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गौरतलब है कि थाना क्षेत्र के गांव मीरपुर जखेड़ा निवासी जगपाल उर्फ जग्गू और पवन के परिजन ने बताया कि मंगलवार शाम को दोनों ने शराब पी थी। उन्होंने बताया कि बुधवार को तबियत बिगड़ने पर दोनों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां देर रात उनकी मौत हो गई।

गांव के ही एक अन्य युवक अमित ने भी बृहस्पतिवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया।

इन मौतों को लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि तीनों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।

थाना प्रभारी के अनुसार अभी तक इस मामले में किसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है और गांव में अवैध शराब बिक्री की शिकायत के मद्देनजर आबकारी विभाग की टीम के साथ छापेमारी की जा रही है।

वहीं मेरठ के जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि एसडीएम सदर,पुलिस क्षेत्राधिकारी सरधना और जिला आबकारी अधिकारी की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक जगपाल और पवन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई।

उन्होंने कहा कि जांच में अभी तक जहरीली शराब पीने से मौत की बात सामने नही आई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

हालांकि आबकारी विभाग ने तीनों युवकों की शराब से मौत के आरोपों को खारिज कर दिया है लेकिन राजनीतिक दलों के नेताओं ने उस गांव में जाना शुरू कर दिया है जहां यह घटना सामने आई है।

कांग्रेस के एक राज्य प्रतिनिधिमंडल ने गांव में जाकर पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी हुई है। उन्होंने प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवारों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की।

सपा जिलाध्यक्ष राजपाल के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं ने भी पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस और कुछ भाजपा नेताओं की मिलीभगत से अवैध शराब का धंधा चल रहा है।

सपा नेताओं ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द ही शराब माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो सपा जन आंदोलन चलायेगी।

भाषा सं

देवेंद्र

देवेंद्र


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