भोपाल। 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने वाली आयुष्मान भारत योजना के दायरे में प्रदेश की साढ़े चार करोड़ से ज्यादा आबादी आती है। लेकिन योजना लागू होने के 10 महीने बाद भी इसमें शामिल अस्पतालों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है। इंदौर में कुल 18 अस्पताल इस योजना से जुड़े हैं, इसमें एमवाय अस्पताल, पीसी सेठी और जिला अस्पताल के अलावा निजी अस्पताल शामिल है।
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निजी अस्पताल अधिकतर आंखों का इलाज कर रहे हैं। जबकि केवल दो अस्पताल हार्ट और ऑस्टिरोग में काम कर रहा है। बाकी बीमारियों का इलाज कैसे होगा, यह सवाल उठ रहा है। दरअसल इंदौर जिले में ही करीब 4.63 लाख लोग योजना का लाभ उठा सके ऐसा लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले 1350 बीमारियों के इलाज में से मात्र कुछ ही बीमारियों का इलाज इंदौर में हो पा रहा है।
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23 सितंबर से योजना की शुरूआत होने के बाद अब तक 18 अस्पतालों ने पंजीयन कराया है, जो रजिस्टर्ड हुए हैं, उनमें अधिकतर आंख की बीमारी का इलाज करने वाले अस्पताल है। लिवर, किडनी समेत अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज कराने के इंतजाम अब भी नहीं हुआ है। हालांकि केंद्र सरकार के द्वारा जारी किये गए परिणामों में पूरे प्रदेश में एमवाय अस्पताल में सबसे बेहतर इलाज हुआ है। अब तक अस्पताल में चार हजार 522 मरीजों को इस योजना का लाभ दिलाया गया है। जबकि बाकी के अस्पतालों में हालत बेहद खराब है और हजारों मरीजों को सरकार की इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।