कमर्शियल माइनिंग के खिलाफ श्रमिक संघटनों का आंदोलन जारी, इन 5 मांगों को लेकर किया कोयला उत्पादन ठप

कमर्शियल माइनिंग के खिलाफ श्रमिक संघटनों का आंदोलन जारी, इन 5 मांगों को लेकर किया कोयला उत्पादन ठप

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  • Publish Date - July 3, 2020 / 01:26 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:54 PM IST

कोरिया। कमर्शियल माइनिंग के खिलाफ पूरे देश में श्रमिक संघटनों द्वारा तीन दिवसीय आंदोलन किया जा रहा है। सँयुक्त मोर्चा के बैनर तले किए जा रहे आंदोलन कल यानि दो जुलाई से शुरू हुआ जो कल 4 जुलाई तक चलेगा। आंदोलन में पांच श्रमिक संघटनों के लोग शामिल हैं जिनके द्वारा श्रमिकों और कर्मचारियों से काम पर नहीं जाने की अपील की गई थी।

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कोरिया जिले में एसईसीएल के हसदेव चिरमिरी और बैकुंठपुर क्षेत्र में किये गए आंदोलन का व्यापक असर देखने को मिला जिससे कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ और कोल इंडिया को बड़ा नुकसान हुआ है। वही आंदोलन को एसईसीएल के अस्पतालों में काम करने वाले कर्मचारियों ने भी अपना समर्थन दिया जिसके चलते अस्पताल की सेवाएं भी प्रभावित हुई। एक साथ पूरे देश में तीन दिनों की हड़ताल से कोयला उद्योग को बड़ा नुकसान हुआ है। मांगो को लेकर बातचीत के बाद बात नही बनने से आंदोलन किया गया ।

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सँयुक्त मोर्चा की पांच प्रमुख मांग इसमे शामिल थी जिसमे कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग का निर्णय वापस लेने सीएमपीडीआईएल को अलग करने की साजिश बन्द करने ठेका श्रमिकों को एचपीसी रेट की दर से भुगतान करने कोल इंडिया और एमसीसीएल का निजीकरण बन्द करने और कोयला उद्योग में मेडिकल अनफिट को खत्म करने की साजिश बन्द करने की मांग प्रमुख है।

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