छत्तीसगढ़ विधानसभा में पहली बार अध्यक्ष को दिया गया ​ज्ञापन, नेता प्रतिपक्ष ने बहुत दुख के साथ किया ये आग्रह | Memorandum given to the Speaker for the first time in the Chhattisgarh Assembly

छत्तीसगढ़ विधानसभा में पहली बार अध्यक्ष को दिया गया ​ज्ञापन, नेता प्रतिपक्ष ने बहुत दुख के साथ किया ये आग्रह

छत्तीसगढ़ विधानसभा में पहली बार अध्यक्ष को दिया गया ​ज्ञापन, नेता प्रतिपक्ष ने बहुत दुख के साथ किया ये आग्रह

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 PM IST
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Published Date: October 3, 2019 11:11 am IST

रायपुर। कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी से नाखुश भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। विधानसभा अध्यक्ष से मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा ‘छत्तीसगढ़ विधानसभा बनने के बाद पहली बार अध्यक्ष को ज्ञापन दिया गया है, ज्ञापन बहुत दुख के साथ दिया गया है, अध्यक्ष को ज्ञापन देकर आग्रह किया है, कि हमारे विधायी कार्यों में कोई अवरोध उत्पन्न ना हो, इसकी व्यवस्था देने का कष्ट करें’।

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बता दें कि विधानसभा में ए​क ओर जहां सदन के अंदर महात्मा गांधी जिंदाबाद रहे वहीं दोनों दिन गोड़से मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी सदन के बाहर कांग्रेसी सदस्यों ने गोडसे मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। इस बीच भाजपा विधायकों का दल विधानसभा अध्यक्ष से मिला, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के नारेबाजी करने पर आपत्ति जताई।

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दरअसल, छत्तीसगढ़ विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र 2 और 3 अक्टूबर को बुलाया गया था। इरादा यह था कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को यादगार बनाया जाए। लेकिन इस दौरान भी विधानसभा सत्र में हंगामा जारी रहा। यह बात अलग है कि गांधी की विचारधारा पर किसी का विरोध नही था, गांधी को अपनाने की होड़ भी दिखी लेकिन गांधी के सत्र में भी गोड़से और सावरकर घुस गए। खास बात यह रही कि इन्हे भाजपा ने नही बल्कि कांग्रेस ने ही विधानसभा में घुसने का मौका दिया।

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