लखनऊ वाराणसी समेत 13 जिलों में डिजिटल लेजर तकनीक का प्रयोग करते हुये दीपावली मनाने के निर्देश

लखनऊ वाराणसी समेत 13 जिलों में डिजिटल लेजर तकनीक का प्रयोग करते हुये दीपावली मनाने के निर्देश

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  • Publish Date - November 10, 2020 / 11:30 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:48 PM IST

लखनऊ, 10 नवम्बर (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ने राजधानी लखनऊ समेत 13 जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब होने के कारण दीपावली मनाने के लिए डिजिटल/लेजर आदि नई तकनीक का प्रयोग करने के निर्देश दिये हैं।

एक सरकारी बयान के मुताबिक प्रदेश के जिन जनपदों के एक्यूआई का उल्लेख किया गया है, उनमें क्रमशः मुजफ्फरनगर (खराब), आगरा, वाराणसी, मेरठ व हापुड़ (बहुत खराब) तथा गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा व ग्रेटर नोएडा, बागपत तथा बुलन्दशहर को (गंभीर) का नाम है। एनजीटी के आदेश का पालन करते हुये इन जनपदों में दीपावली मनाने के लिए डिजिटल/लेजर आदि नई तकनीक का प्रयोग करने के निर्देश दिये गये हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पटाखों की बिक्री व प्रयोग पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) , नयी दिल्ली द्वारा दिये गये आदेश का तत्काल पालन करने एवं दीपावली मनाने के लिए डिजिटल/लेजर आदि नई तकनीक का प्रयोग किये जाने को बढ़ावा दिये जाने के निर्देश जारी किये हैं।

मंगलवार को जारी एक सरकारी बयान के मुताबिक अपर मुख्य सचिव, (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा इस संबंध में प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त, पुलिस आयुक्त लखनऊ एवं गौतमबुद्धनगर, पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उप महानिरीक्षक परिक्षेत्र, जिला मजिस्ट्रेट, जनपदीय पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक को आवश्यक निर्देश जारी करते हुये एनजीटी, नयी दिल्ली के आदेश का अनुपालन किये जाने के निर्देश दिये हैं।

शासन द्वारा जारी निदेर्शों में यह भी कहा गया है कि जिन जनपदों में एक्यूआई मध्यम या उससे बेहतर है, वहां केवल ग्रीन क्रेकर्स बेचे जायें। एनजीटी के वर्तमान एवं पूर्व के निर्देशों का पालन करते हुये इनको बेंचा/प्रयोग किया जायेगा। इन जनपदों में दीपावली को मनाने के लिए ग्रीन क्रेकर्स व डिजिटल/लेजर आदि की नई तकनीकी के प्रयोग को आम जन में प्रोत्साहित किया जाय।

गौरतलब है कि तेजी से बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर एनजीटी ने सोमवार यानी 9 नवंबर की आधी रात से पूरे एनसीआर में पटाखे जलाने और बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध 30 नवंबर की रात तक जारी रहेगा।

भाषा जफर अमित

अमित