जांजगीर। जिले में भू-स्थापित मजदूरों ने आज केएसके महानदी पावर प्लांट प्रबंधन का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। यहां कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए 11 अक्टूबर तक प्लांट में व्यवस्था नहीं सुधरने पर बड़े आंदोलन की चेतानी दी है। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन और प्रबंधन की होने की बात कही है।
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बता दें कि केएसके महानदी पॉवर प्लांट के खिलाफ मजदूर संगठनों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। प्लांट प्रबंधन के द्वारा 17 सितंबर को की गई तालेबंदी के बाद 25 सितंबर को कर्मचारियों को तो काम पर बुला लिया, मगर 35 मज़दूर नेताओं को निलम्बित कर, प्लांट में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से उनके भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है और यही कारण है कि अन्य सैकड़ों भू-स्थापित मजदूर भी अपने नेताओं के हक में खड़े हो गए हैं।
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मजदूर पिछले 27 दिनों से काम पर नहीं जा रहे हैं और प्लांट प्रबंधन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, मगर प्लांट प्रबंधन अपने रवैया पर अड़ा हुआ है। जबकि प्रशासन के द्वारा सुलह के लिए 2 बार वार्ता कराई जा चुकी है। यहां मजदूरों ने बताया कि प्लांट के गेट पर नो वर्क, नो पे का बोर्ड लगा दिया गया है, वहीं उन्हें प्लांट में एंट्री भी नहीं दी जा रही है। आज केएसके प्लांट प्रबन्धन का पुतला दहन करने के बाद भू-स्थापित मजदूरों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि अगर 11 अक्टूबर तक व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन और प्रशासन की होगी।
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