झाबुआ, मध्यप्रदेश। कोरोना से मुकाबले में कड़कनाथ मुर्गा एक अच्छा विकल्प बन सकता है। इस विषय में झाबुआ कड़कनाथ रिसर्च सेंटर और कृषि विज्ञान केंद्र ने आईसीएमआर को सूचित किया है।
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रिसर्च सेंटर का यह दावा है कि कड़कनाथ मुर्गे को अपने भोजन में शामिल करके कोरोना के मरीज और इससे रिकवर हो चुके लोगों को भी बहुत फायदा होगा। इसलिए कड़कनाथ मुर्गे को कोरोना डाइट प्रोटोकाॅल में शामिल करना चाहिए।
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कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिए कड़कनाथ मॉस तथा इसके अण्डो एवं इससे बने रसायन (सूप) का आहार में नियमित सेवन हेतु भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को केवीके झाबुआ द्वारा सुझाव। pic.twitter.com/QJg93Ovjko
— Krishi Vigyan Kendra (@kvkjhabua) July 9, 2021
रिसर्च सेंटर ने अपने पत्र में नेशनल मीट रिसर्च सेंटर और मेडिकल जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट को अटैच किया गया है। कड़कनाथ रिसर्च सेंटर ने इस बारे में ट्वीट भी किया है और आईसीएमआर को सलाह दिया है।
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रिसर्च सेंटर ने अपने अध्ययन में यह पाया है कि कड़कनाथ मुर्गे के मांस में हाई प्रोटीन, विटामिन, जिंक और लो फैट पाया जाता है। यही वजह है कि यह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है।
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साथ ही यह कोलेस्ट्रोल फ्री भी होता है, इसलिए यह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। हालांकि अभी तक आईसीएमआर ने इस सुझाव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।