बिजनौर: कोर्ट में हत्या के मामले में सुनवाई हो रही थी, दो आरोपी कटघरे में खड़े हुए थे। अचानक भगदड़ मची और हालात ऐसे बिगड़े कि जज को अपनी कुर्सी छोड़ मेज के पीछे जाकर छीपना पड़ गया। कोर्ट रूम में मौजूद वकील और अन्य लोगों में अफरातफरी मच गई, लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे थे। दरअसल कोर्ट रूम में जिन आरोपियों के खिलाफ सुनवाई हो रही थी, उस पर तीन युवकों ने फायरिंग कर दी। हालांकि सुरक्षा में तैनात जवानों फायरिंग करने वालों को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने जवानों पर भी गोलिया बरसानी शुरू कर दी। इस घटना में आरोपी युवक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। वहीं, दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया। फायरिंग करने वाले तीनों युवकों ने कोर्ट में ही सरेंडर कर दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार वारदात मंगलवार दोपहर 1:40 बजे बिजनौर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट की है। कोर्ट में अहसान और शादाब हत्याकांड में आरोपी शाहनवाज व जब्बार को पेशी के लिए लाया गया था। इसी दौरान हाजी अहसान की दूसरी पत्नी रिजवाना के साथ आए साहिल, अफराज और सुमित ने शाहनवाज व जब्बार पर फायरिंग कर दी। इस हमले में शाहनवाज की मौत हो गई और जब्बार कोर्ट रूम से फरार हो गया।
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शहनवाज की हत्या के बाद गिरफ्तार साहिल ने बताया कि पिता हाजी अहसान की मौत के बाद से सीने में बदले की आग धधक रही थी। हत्या का बदला लेने के लिए ही उसने इस वारदाज को अंजाम दिया है। अब मेरा बदला पूरा हो गया। जब पिता की हत्या हुई थी, तभी मैंने ठान लिया था कि बदला लेना है।
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हालांकि वारदात को अंजाम देने वाले तीनो युवकों ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि उनके पास बंदूक कहां से आई और वे कोर्ट रूम तक बंदूक लेकर कैसे पहुंचे। फिलहाल पुलिस पूछताछ में लगी हुई है। वहीं, हत्या के आरोपी जब्बार की तलाश भी जारी है।