हसदेव नदी बुझाएगी कोरबावासियों की प्यास..
हसदेव नदी बुझाएगी कोरबावासियों की प्यास..
कोरबा में शहरवासियों को हसदेव नदी से पेयजल की सप्लाई की जायेगी । खनिज न्यास मद से 32 करोड़ रुपए खर्च कर योजना के क्रियान्वयन की तैयारी है। योजना में फ्लोराइड प्रभावित 17 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सकेगा, शुध्द पेयजल से लोगों के स्वास्थ्य में भी बेहतरी आयेगी ।
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कोरबा में एक सर्वे के मुताबिक जिले के 100 से ज्यादा इलाकों में 500 से ज्यादा हैंडपंप फ्लोराइड युक्त पानी उगल रहे हैं । इस पर कार्रवाई करते हुये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने प्रभावित हैंडपंपों को बंद कर दिया है, जिससे लोगों के सामने पीने के पानी को लेकर बड़ी समस्या खड़ी हो गई है, प्रशासन फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में शुध्द पानी उपलब्ध कराने के लिए खनिज न्यास मद से 32 करोड रुपए खर्च फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचायेगा ।

फुलसर, रोदो, आमाटिकरा,कोरबी जैसे करीब 17 गांव ऐसे हैं जहां का पानी फ्लोराइड युक्त है। इस पानी के इस्तेमाल से ग्रामीणों में कई तरह की बीमारियां भी पनप रहीं थी । इसी समस्या के मद्दनेजर
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हसदेव नदी के डुबान क्षेत्र का पानी एनिकट में स्टोरकर इसे अलग अलग 17 गांव की टंकियों में भेजे जाने की योजना बनाई गई है। विभाग के मुताबिक इस पूरी प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी किया जा चुका है और बहुत जल्द इसका निर्माण करा शुद्ध पेयजल ग्रामीणों को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
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कोरबा जिले में पानी को फ्लोराइड मुक्त करने के लिये लाखों रुपये खर्च कर फ्लोराइड रिमूवल संयंत्र लगाये गए थे,लेकिन इसका कोई फायदा ग्रामीणों को नहीं मिला। हसदेव नदी से पानी लाने की योजना एक दूरगामी परिणाम है,इससे ना केवल शुध्द पानी ग्रामीणों को मिलेगा,बल्कि उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्यायें भी खत्म होगी । जरुरत है तो बस ईमानदारी से योजना के लागू करने की ।
अभिषेक सोनी, IBC24 कोरबा

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