वन्य प्राणियों के संरक्षण के संबंध में 17 जून को मुख्यमंत्री की उच्च स्तरीय बैठक, करेंट से हाथी की मौत पर 5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई

वन्य प्राणियों के संरक्षण के संबंध में 17 जून को मुख्यमंत्री की उच्च स्तरीय बैठक, करेंट से हाथी की मौत पर 5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई

  •  
  • Publish Date - June 16, 2020 / 05:10 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:27 PM IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वन मंत्री मोहम्मद अकबर के साथ कल 17 जून को दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री निवास कार्यालय के सभाकक्ष में उच्च स्तरीय बैठक लेंगे। मुख्यमंत्री राज्य में हाल ही में हुई हाथियों की मृत्यु और वन्य प्राणियों के संरक्षण के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक में समीक्षा करेंगे। वहीं आज रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनमण्डल के गेरसा गांव में करेंट की वजह से हाथी की मौत के मामले में दो आरोपी किसानों और विद्युत विभाग के तीन कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

ये भी पढ़ें: भिलाई नगर में एक और महिला डेंगू की चपेट में, मरीजों की संख्या हुई 10

इस मामले में आरोपी कृषक भादोराम एवं एक अन्य कृषक को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपी किसानों को सिंचाई पम्प के लिए अवैध रूप से विद्युत कनेक्शन देने तथा घटना स्थल से साक्ष्य मिटाने के मामले में विद्युत विभाग के सब इंजीनियर पी. कुजूर, लाईनमेन अमृत लाल तथा सहायक को गिरफ्तार किया गया है।

ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में मिले आज 31 नए कोरोना पॉजिटिव, 102 मरीज हुए स्वस्थ, 84…

प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि धरमजयगढ़ वनमण्डल के ग्राम गेरसा बीट में आज सुबह विद्युत करेंट के चपेट में आने की वजह से एक हाथी की मौत हो गई। इस मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो पाया कि विद्युत पोल से किसान भादोराम एवं एक अन्य किसान द्वारा अवैध रूप से पम्प के लिए तार खींचा गया है, जिसके चपेट में आने की वजह से हाथी की मौत हो गई है।

ये भी पढ़ें: CM भूपेश ने केंद्रीय मंत्री गडकरी को लिखा पत्र, प्रदेश में निर्माणा…

मौके पर पहुंचे मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर अनिल सोनी एवं धरमजयगढ़ डीएफओ सुश्री प्रियंका पाण्डेय ने दोनों आरोपी कृषकों से सिंचाई पम्प के लिए अवैध रूप से तार खींचने के संबंध में पूछताछ की और उनके खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने पाया कि विद्युत विभाग के सब इंजीनियर पी. कुजूर एवं अन्य कर्मियों द्वारा विद्युत पोल से अवैध रूप से खींचे गए तार को निकलवाया जा रहा है। सब इंजीनियर सहित दो विद्युत कर्मियों के विरूद्ध साक्ष्य मिटाने के मामले में कार्रवाई की गई है।