रायपुर: IBC24 Health Conclave के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हमारे हर सवालों को बेबाकी से जवाब देते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइवेट प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टरों की कमी होती है। साथ ही देखा जाता है कि सरकारी डॉक्टरों की भी रचि भी कम देखी जाती है। इसके चलते लोगों को सुविधाएं मुहैया करने में दिक्कत आती है।
पीपीपी मोड को लेकर सिंहदेव ने कहा कि पीपीपी का मतलब सरकार फेल है। ये मेरा व्यक्तिगत राय है। पीपीपी मॉडल में आप प्राइवेट सेक्टर में जाने की बात करते हैं, इसका मतलब आप अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
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स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर अपनी 4 साल की योजनाओं को लेकर सिंहदेव ने कहा कि एक साल के भीतर हमारा लक्ष्य है कि हम सभी दवाओं को उपलब्ध करने का लक्ष्य तय किया है। इसके तहत सभी बड़े डॉक्टरों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि कौन सी दवाएं उपलब्ध हैं या नहीं। पारदर्शिता लाना बेहद आवश्यक है। ये मेरे लिए भी टारगेट होगा। कोई भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को होना चाहिए कि कोई भी ये न कह सके की मुझे नहीं पता की हमारे पार कितनी दवाएं हैं।
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हाट बाजार स्वास्थ्य योजना को लेकर कहा कि इस योजना के तहत ओपीडी में आने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक 5 लाख से अधिक लोग यहां आकर अपनी जांच करवा चुके हैं।
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