खजाने का लालच दिखाकर 5 हत्याएं की, उम्रकैद की सजा काटी, जेल से छूटते ही फिर से दोहराई वही वारदात

खजाने का लालच दिखाकर 5 हत्याएं की, उम्रकैद की सजा काटी, जेल से छूटते ही फिर से दोहराई वही वारदात

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  • Publish Date - January 6, 2021 / 10:28 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में पुलिस ने एक ऐसे सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है जो अब तक 6 लोगों की हत्या चुका है। यह शख्स पहले तो खजाने का लालच दिखाकर लोगों से रुपये ऐंठता था और फिर उनकी हत्या कर देता था। आरोपी साल 2000 में पांच लोगों की हत्या में उम्रकैद की सजा काटकर साल 2017 में जेल से छूटा था। लेकिन छूटने के बाद भी उसने फिर से वही कहानी दोहराना शुरू कर दिया।

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बता दें कि बीते 8 नवंबर 2020 को भोपाल के करीब सुखी सेवनिया गांव के पास जंगल में एक शव बरामद हुआ था, शव का चेहरा पत्थर से बुरी तर से कुचला हुआ था। शव की शिनाख्त आदिल वहाब नाम के युवक के रूप में हुई। पुलिस के सामने यह चुनौती थी कि जंगल में हुई इस हत्या का कोई गवाह उसके पास नहीं था। पुलिस ने जब वारदात की जांच शुरू की तो पता चला कि एक मनीराम सेन नाम के शख्स ने मृतक को खजाना दिलाने की बात कही थी और बदले में उससे 17 हज़ार रुपये लिए थे।

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काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब आदिल को खजाना नहीं मिला तो उसने मनीराम से रुपये वापस मांगना शुरू कर दिया। जिसके बाद मनीराम अपने साथ आदिल को सुखी सेवनिया के जंगलों में ले गया और वहां उसे पूजा के बहाने आंख बंद कर बैठा दिया, इसके बाद मौका मिलते ही आदिल के सिर के पीछे वार कर पहले हत्या की और फिर शव को कोई पहचान ना सके इसके लिए पत्थर से चेहरा कुचल दिया। पुलिस ने इस अंधे कत्ल की तफ्तीश में मृतक के परिजनों, दोस्तों और रिश्तेदारों को मिलाकर करीब 74 लोगों से पूछताछ की तो घटना के पीछे मनीराम का हाथ होने के पुख्ता सबूत मिल गए।

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वहीं हत्या करने के बाद आरोपी मनीराम फरार हो गया, पुलिस ने इस कत्ल के आरोपी पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने मुखबिर तंत्र फैलाया तो पता चला कि मनीराम इलाहाबाद से फरारी काटने के बाद सागर ज़िले के राहतगढ़ आने वाला है, पुलिस ने जाल बिछाकर मनीराम को पकड़ा और पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया।

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आरोपी मनीराम सेन इससे पहले भी पांच लोगों की हत्या कर चुका था, आरोपी जंगल में खजाना निकालने के नाम पर पैसा ऐंठता और जब खजाना नहीं निकल पाता तो पैसों की वापसी के लिये लोग दबाव बनाते तब मनीराम उन्हें योजनाबद्ध तरीके से सुनसान जंगल में ले जाकर पूजा-पाठ के बहाने आंखे बंद कराकर पीछे से सिर पर चोट पहुंचाकर हत्या कर देता था। मनीराम सेन ग्यारसपुर जिला विदिशा का मूल निवासी है, यहां पर भी इसी तरह खजाना दिलाने के नाम पर मनीराम ने पैसे ऐंठ लिए थे, लेकिन जब लोग पैसे वापस मांगने लगे तो उसने इसी प्रकार पांच लोगों को जंगल में ले जाकर मार देता था।