भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदेश में किसानों को एक और राहत देने की तैयारी कर रही है, जिसके अनुसार कृषि विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव के अनुसार फसल बेचने आए किसानों को राहत देने का उल्लेख है। जिसके अनुसार किसानों से तुलावटी और हम्माली की राशि नहीं लेने का फैसला हो सकता है।
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बताया जा रहा है कि इसके लिए जल्द ही आदेश जारी किए जाएंगे, यदि ऐसा होता है तो किसानों से मंडियों में हम्माली और तुलावटी की राशि नहीं ली जाएगी। इसके पहले मंडियों में किसानों से तुलावटी और हम्माली की राशि भी ली जाती थी।
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वहीं मप्र से भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया के पत्र का भी प्रदेश सरकार पर असर हुआ है, प्रदेश सरकार ने सिंधिया के सुझावों को मान लिया है इसके लिए जल्द ही बैठक बुलाने के आदेश दिए गए हैं। जिसके बाद यह कहा जा रहा है कि चना और सरसों की खरीदी के लिए फिर से नए आदेश जारी किए जाएंगे।
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बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कृषि मंत्री कमल पटेल को पत्र लिखकर चना और सरसों की फसल की खरीदी सीमा बढ़ाए जाने की मांग की थी, जिसमें उन्होने कहा था कि प्रदेश में इस बार चना और सरसों की बंपर पैदावार हुई है, जिसे देखते हुए 15 क्विंटल निर्धारित मात्रा की खरीदी को बढ़ाकर 20 क्विंटल किया जाए जिससे किसानों को राहत मिलेगी।