पूर्व सांसद प्रोफेसर जमाल ख्‍वाजा का निधन, सक्रिय राजनीति छोड़ फिर से की थी शैक्षिक जीवन की शुरूआत

पूर्व सांसद प्रोफेसर जमाल ख्‍वाजा का निधन, सक्रिय राजनीति छोड़ फिर से की थी शैक्षिक जीवन की शुरूआत

पूर्व सांसद प्रोफेसर जमाल ख्‍वाजा का निधन, सक्रिय राजनीति छोड़ फिर से की थी शैक्षिक जीवन की शुरूआत
Modified Date: November 29, 2022 / 08:59 pm IST
Published Date: December 25, 2020 6:35 am IST

अलीगढ़ (उप्र) 25 दिसंबर (भाषा) अलीगढ़ के पूर्व सांसद प्रोफेसर जमाल ख्‍वाजा (92) का बृ‍हस्‍पतिवार की रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। शुक्रवार को पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ख्वाजा द्वितीय लोकसभा के जीवित सदस्‍यों में से एक थे।

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ख्‍वाजा 1957 में अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुये थे और 1960 में अफगानिस्‍तान गये भारतीय सांस्‍कृतिक प्रतिनिधि मंडल के प्रमुख थे। 1962 में सक्रिय राजनीति से दूर होकर उन्‍होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय में अपने शैक्षिक जीवन को पुन: शुरू किया।

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इसके पहले 1953 में एएमयू में दर्शन शास्‍त्र विभाग में बतौर शिक्षक उन्‍होंने अपनी शुरुआत की थी। वर्ष 1969 में उन्‍होंने मलेशिया में अन्‍तर्राष्‍ट्रीय इस्‍लामिक सम्‍मेलन में भारत का प्रतिनिधित्‍व किया। एएमयू में वह 1980 में कला संकाय के संकायाध्‍यक्ष (डीन) भी रहे। इस्‍लामी दर्शन पर एक दर्जन से ज्‍यादा उनकी पुस्‍तकें हैं। स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी और शिक्षाविदों के परिवार से आने वाले प्रोफेसर जमाल ख्‍वाजा के पिता प्रसिद्ध गाँधीवादी स्‍वतंत्रा संग्राम सेनानी अब्‍दुल मजीद ख्‍वाजा थे।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com