भोपाल। मध्यप्रदेश में घर-घर बिजली पहुंचाने की सौभाग्य योजना में फर्जीवाड़े की तमाम हदें पार हो गईं। पिछली सरकार ने इसे मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला बताकर जांच शुरू की थी। लेकिन अब जांच ठंडे बस्ते में है।
ख़ुलासा हुआ था कि साल 2017 से 2018 के बीच, प्रदेश के कई जिलों में सौभाग्य योजना के तहत हुए फीडर सेपरेशन और घर-घर बिजली पहुंचाने के काम में जमकर फर्जीवाड़ा हुआ।
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इसमें कहीं काम किए बगैर ही कागजों पर विद्युतीकरण बता दिया गया तो कहीं पुराने पोल और ट्रांसफार्मर को नया बताकर, करोड़ों का भुगतान कर दिया गया।
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सौभाग्य योजना में भ्रष्टाचार की ये इंतहां प्रदेश के मंडला, डिंडौरी, सीधी, सिंगरौली, सिवनी, बालाघाट, भिंड,मुरैना और धार जिलों में हुई है, जांच ठंडे बस्ते में जाने के बाद कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है…वहीं, ऊर्जा मंत्री जांच की बात कह रहे हैं।