मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज अमितेष-धनेन्द्र, मान-मनौव्वल का दौर, पुनिया ने भी दिलाया भरोसा
मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज अमितेष-धनेन्द्र, मान-मनौव्वल का दौर, पुनिया ने भी दिलाया भरोसा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नौ मंत्रियों के शपथ लेने के बाद मंत्री पद की रेस में आगे चल रहे विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से समर्थकों में खासा निराशा है। अभनपुर से विधायक धनेंद्र साहू, का मंत्री बनना तय माना जा रहा था, लेकिन मंत्री पद के रेस से बाहर होने के बाद साहू समर्थक निराश हैं। धनेंद्र साहू ने निराशा व्यक्त किया है कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल न कर साहू समाज के साथ उपेक्षा की गई है। उन्होंने कहा है कि वे आगे भी जनता के लिए काम करते रहेंगे।
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राज्यसभा सांसद छाया वर्मा धनेंद्र साहू को मनाने उनके निवास पहुंची है। निवास पर काफी संख्या में समर्थक मौजूद हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और दुर्ग से लगातार दूसरी बार विधायक चूने गए विधायक अरुण वोरा का नाम मंत्रिमंडल में तय माना जा रहा था। अरूण वोरा के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने से कार्यकर्ता और समर्थक खासा निराश हो गए हैं।
वोरा समर्थक अपने नेता के मंत्री नहीं बनाये जाने से उनके निवास पर इकठ्ठा होकर वोरा के पक्ष में नारेबाजी की। हालांकि समर्थकों में अब भी मुख्यमंत्री पर विश्वास है की जिस 1 मंत्री की शपथ बाकी है वो मंत्री अरुण वोरा ही होंगे।
वहीं स्वर्गीय श्यामाचरण शुक्ल के बेटे और राजिम से विधायक अमितेश शुक्ल को भी निराशा हाथ लगी है। अमितेश शुक्ल भारी मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। उनके पिता स्व. श्यामाचरण शुक्ल तीन बार अविभाजित मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री रहे हैं।
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आपको बतादें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में विधायक रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, जय सिंह अग्रवाल, शिव डहरिया, महिला विधायक अनिला भेड़िया, रुद्र गुरु, प्रेमसाय सिंह टेकाम और उमेश पटेल ने मंत्री पद की शपथ ली। सभी ने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली. मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ला ने नाराजगी जाहिर की है।
उधर, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि धैर्य बनाए रखना चाहिए अभी भी एक पद खाली हैं बहुत से आयोग और निगम मण्डल में नियुक्तियां होनी है। कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी से असंतोष साफ नजर आ रहा है।

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