रायपुर। अपराधियों को पकड़ना इस बात पर निर्भर करता है कि घटना के बाद पुलिस का रिस्पॉन्स कैसा रहा। पुलिस त्वरित कार्रवाई में जुट जाए तो अपराधों की गुत्थी आसानी से सुलझायी जा सकती है। इसके साथ ही जनता में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ता है। पुलिस को सफलता तभी मिलती है जब पूरी टीम ने कोशिश की हो।
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उक्त बातें डीजीपी डीएम अवस्थी ने इंद्रधनुष सम्मान समारोह में पुलिसकर्मियों को सम्मानित करते हुए कहीं। सम्मान समारोह में बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा, रायपुर आईजी डॉ आनंद छावड़ा, बलौदाबाजार एसपी आई कल्याण एलिसेला, रायगढ़ एसपी संतोष कुमार सिंह और अपराधियों को पकड़ने में शामिल पैंतालीस पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
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उल्लेखनीय है कि हाल में ही रायगढ़ में कैश वैन लूटकांड, हत्या और बलौदाबाजार में डकैती की घटना पुलिस द्वारा चौबीस घंटे के अंदर सुलझा ली गयी थी। पुलिस द्वारा तत्काल अपराधियों को पकड़ने के बाद डीजीपी ने पुलिस टीम को सम्मानित करने की घोषणा की थी। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि बड़े ही गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ पुलिस आपराधिक घटनाओं को तत्काल सुलझा ले रही है।
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अपराध घटित होने के बाद जब एसपी से लेकर सिपाही तक मिलकर केस सुलझाने में जुट जाते हैं तो अपराधी पुलिस की पकड़ में जल्दी आते हैं। इस अवसर पर एआईजी राजेश अग्रवाल, रायगढ़ एएसपी अभिषेक वर्मा, बलौदाबाजार एएसपी मती निवेदिता पाल एवं अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।