भोपाल, 13 जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के कोविड-19 से होने वाली मौत की गणना में छूट गई 1,478 मौतों के ‘‘ बैकलॉग’’ को जोड़ देने से प्रदेश में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,506 हो गई है।
मौत के नये आंकड़े सामने आने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा कोविड-19 की मौतों के आंकड़ों के छुपाने का हमारा दावा सही साबित होता दिख रहा है, वहीं, प्रदेश सरकार ने कहा कि सोमवार को जारी ताजा आंकड़ों से यह जाहिर होता है कि यह ‘‘ पारदर्शी’’ तरीके से काम कर रही है।
इस बीच कांग्रेस ने मामले में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के इस्तीफे की भी मांग की ।
मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को एक बुलेटिन में कहा कि 12 जुलाई तक विभिन्न जिलों से एकत्र की गई जानकारी के अनुसार प्रदेश में कोविड-19 महामारी से मौतों की संख्या 10,506 हो गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि इसमें महामारी से हुयी 1,478 मौत को भी जोड़ा गया है।
इसमें कहा गया है कि इन आंकड़ों में 208 लोगों की मौत घर में पृथक-वास में हुयी, 762 लोगों की निजी अस्पतालों में और 508 लोगों की मौत उनके पैतृक जिलों व अन्य जगहों पर हुई।
बुलेटिन में कहा गया कि पहले इन मौतों की सूचना उचित प्रारुप में नहीं दी गयी थी ।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को पत्रकारों को कहा कि ताजा आंकड़े जारी करना हमारी सरकार की पारदर्शिता को बताता है।
सारंग ने कहा, ‘‘ जब महामारी अपने चरम पर थी। निजी अस्पतालों में मौतें हुई और उनके मूल जिलों के अलावा अन्य जगहों पर मरने वालों की संख्या की सूचना नहीं थी। इसके अलावा घर में पृथक-वास में हुई कई मौतों की सूचना नहीं थी। इसलिए इन 1,478 मौतों के साथ आंकड़ों का मिलान किया गया है।’’
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस मीडिया शाखा के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के ताजा आंकड़े जारी करने के कदम से प्रदेश सरकार पर कोविड-19 से हुई मौतों को छिपाने के कांग्रेस के आरोप को सही साबित कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने आरोप लगाया था कि प्रदेश सरकार कोरोना वायरस से हुई मौतों के आंकड़े छिपा रही है। मार्च, अप्रैल और मई में महामारी की दूसरी लहर के दौरान वास्तव में हुई मौतों से सरकार के आंकड़े बहुत कम हैं।’’
गुप्ता ने इस मामले में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से त्यागपत्र की मांग की है क्योंकि मिश्रा ने कहा था कि यदि कांग्रेस का दावा सही पाया गया तो वह पद छोड़ देंगे।
वहीं, दूसरी ओर सारंग ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कांग्रेस हर चीज में कुछ गड़बड़ महसूस करती है क्योंकि वह तथ्यों को छिपाने में विश्वास करती है। भाजपा नेता ने कहा कि हमारी सरकार का कामकाज पारदर्शी है।
भाषा दिमो
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