भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एक संदिग्ध की भी मौत हुई है, लेकिन किसी की भी हिस्ट्री सामने नहीं आ पा रही है। 10 दिन बाद भी इस बात का पता नहीं चल सका है कि आखिर इन लोगों को कोरोना कैसे हुआ था।
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इन मृतकों की न तो इनकी कोई टेबल हिस्ट्री है और न ही किसी पॉजिटिव संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क में आने का कोई रिकॉर्ड मिल पा रहा है। ये सभी मरीज पुराने शहर की घनी आबादी वाले जहांगीराबाद, इब्राहिमगंज और चौकी इमामबाड़ा इलाकों के रहने वाले थे। संक्रमण का सोर्स पता नहीं चलने से स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन पशोपेश में है।
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हालांकि अफसरों का तर्क है कि इन इलाकों में जमातियों का मूवमेंट रहा है। ऐसे में जमातियों से इन लोगों तक कोरोना पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इंडिगो में खास बात यह भी है कि सभी मृतकों की उम्र 48 साल से ऊपर थी और इन्हें गंभीर स्थिति में अस्पताल लाया गया था।
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मरीजों में एक कॉमन बात यह भी रही है कि सभी पहले से अस्थमा, ट्यूबर क्लासेस और कैंसर जैसी घातक बीमारियां थीं। मृतकों में से अधिकांश गैस पीड़ित होने की जानकारी भी सामने आई है।