इंदौर। शहर में 2 दिन पहले बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली को लेकर नगर निगम द्वारा जारी किया गया 13 लाख 46 हजार के नोटिस विवाद गरमाने लगा है । शहर में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की रैली का आयोजन किया गया था जिसमें नगर निगम की ओर से बैनर पोस्टर लगाने को लेकर यह पेनाल्टी नोटिस बीजेपी मुख्यालय को जारी किया गया है।
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अब नगर निगम ना केवल बीजेपी मुख्यालय बल्कि जिन भी नेताओं का पोस्टर उस समय लगा हुआ था, उन सभी को निजी तौर पर भी नोटिस जारी कर रही है नगर निगम कमिश्नर आशीष सिंह का कहना है कि फिलहाल 7 दिन का समय दिया गया है जिसमें 3 दिन का समय तो बीत चुका है लेकिन यदि अब पेनल्टी नहीं चुकाई जाती है तो जितने भी नेताओं का या मंडलों के नाम से पोस्टर लगे हुए थे उनको निजी तौर पर भी नोटिस भेजे जाएंगे।
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यह रिकवरी या तो नेताओं से या फिर बीजेपी मुख्यालय से की जाएगी क्योंकि मध्य प्रदेश सरकार ने बैनर पोस्टर को लेकर आदेश जारी किए गए थे और यह नियमों के विरुद्ध जाकर बैनर पोस्टर लगाए गए थे इसी के तहत यह नोटिस जारी किया गया । इंदौर महापौर मालिनी गौड़ का कहना है कि जब कांग्रेस के पूर्व मंत्री बैनर पोस्टर लगाते हैं तो उन पर सिर्फ बैनर पोस्टर हटाने की कार्रवाई होती है उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाता यह द्वेष और भेदभाव पूर्ण कार्रवाई कांग्रेस की सरकार अपना रही है।
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वही राऊ के पूर्व विधायक जीतू जिराती का कहना है कि यह द्वेष और संकुचित मानसिकता का परिचय है कि जिस पार्टी के केंद्र में सरकार है और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष यदि शहर में आ रहे हैं और उनके मान-सम्मान में कुछ समय के लिए बैनर पोस्टर लगाए गए हैं तो इस प्रकार की कार्रवाई की वे निंदा करते हैं ।