रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने एक बयान जारी करते हुए यह आरोप लगाया है, कि शराब के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाली शराब चोर भाजपा का असली चेहरा पाटन के जामगांव में बेनकाब हो गया है।
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घटना के विषय में जानकारी देते हुए आर.पी. सिंह ने बताया कि दिनांक 4 अगस्त को जामगांव की शराब दुकान का विरोध करने के लिए पाटन भाजपा के तीनों मंडल स्थानीय सांसद विजय बघेल के नेतृत्व में धरना देने का कार्यक्रम आयोजित किए थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने देखा कि शराब दुकान में चार पहिया वाहन से शराब उतारकर रखी जा रही है। भाजपाइयों का पुराना और मुफ्त शराब प्रेम जाग उठा। जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए शराबबंदी के नाम पर किए जा रहे धरने को छोड़कर भाजपाई भूखे भेड़ियों की तरह शराब की दुकान और चार पहिया वाहन पर टूट पड़े।
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देखते ही देखते कई पेटी शराब भाजपाइयों ने वहां से लूट ली और भाग खड़े हुए। संबंधित दुकान के कर्मचारियों और आबकारी विभाग की शिकायत पर पाटन पुलिस ने भाजपा के जिला पंचायत सदस्य समेत 20 से अधिक लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है। यह घटना कोई सामान्य घटना नहीं है बल्कि साबित करती है कि 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ में जंगल राज स्थापित करने वाले लोग अब बिना सत्ता के, बिना कमीशन के, बिना दलाली के और बिना मुफ्त की शराब के कैसे छटपटा रहे हैं। लूट खसोट की आदत अभी तक इनका पीछा नहीं छोड़ रही है।
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शराब से भाजपा को कितना प्रेम है इस वारदात से स्पष्ट हो गया है। शांति, समृद्धि और भाईचारे के छत्तीसगढ़ को रमन सिंह ने किस तरह शराबगढ़ में परिवर्तित कर दिया और खुद दारू वाले बाबा बन बैठे हैं यह घटना साफ-साफ दर्शाती है।
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आरपी सिंह ने यह मांग की है कि शराबबंदी के नाम पर ढोंग करने वाली भाजपा अब अपने असली चेहरे के साथ सामने आए और प्रदेश की जनता से माफी मांगे। साथ ही साथ उन्होंने पाटन पुलिस प्रशासन से भी आग्रह किया है कि शराब चोर भाजपाइयों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो सके।