गोडसे पर बयानबाजी से सदन में संग्राम, अंबेडकर, बोस से तुलना करने को बताया वैचारिक दरिद्रता

गोडसे पर बयानबाजी से सदन में संग्राम, अंबेडकर, बोस से तुलना करने को बताया वैचारिक दरिद्रता

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  • Publish Date - October 3, 2019 / 06:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

रायपुर। विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन सदन में गोडसे पर बयानबाजी को लेकर पक्ष-विपक्ष आक्रामक हो गए हैं। संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने गोडसे को अंबेडकर, कृपलानी और सुभाष चंद्र बोस से जोड़े जाने को दुर्भाग्य बताया।

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उन्होंने सदन के एक नेता पर सवाल खड़ा करते कहा कि ये बयान आपकी वैचारिक दरिद्रता को प्रदर्शित करता है। ये आपके वैचारिक गरीब होने को प्रदर्शित करता है। जब उन्होंने सवाल करते कहा कि हम अपने राम की बात करते हैं तो ये लोग आक्रामक क्यों हो जाते हैं।

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चौबे ने आगे कहा कि सदन में एक विद्वान सदस्य ने बयान दिया था कि भगत सिंह से बापू की असहमति थी, अंबेडकर के साथ असहमति थी सुभाषचंद्र बोस से असहमति थे, कृपलानी से मतभेद थे। इसी पर रविंद्र चौबे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

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