भिलाई। इस्पात संयंत्र के हादसे को 5 दिन बीत चुके हैं। लेकिन अब तक मृतक के परिजनों को को शव नही सौंपा गया है। डीएनए टेस्ट के नाम पर परिजनों को पुलिस अधिकारियों और बीएसपी प्रबंधन के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
एक तरफ जहां इस भीषण हादसे में अपनों को खोकर पूरा परिवार सदमें में है। पत्नियां बेसुध है, बच्चे पिता के आने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन हालात के आगे मजबूर होकर परिजन आस लगाए बैठे है। पुलिस रोज यही दिलासा देती है कि शव उन्हें सौप दिया जाएगा। बता दें कि 9 अक्टूबर को भिलाई स्टील प्लांट के हादसे में भिलाई के 9 बीएसपी कर्मी की मौत हो गई थी। 15 से अधिक लोगों को भिलाई के पंडित जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जिनका इलाज किया जा रहा है।
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वहीं जिनकी मौत हो गई उनके शव की हालत इतनी बदतर है कि उनके परिजन भी नही पहचान पाए। इसके चलते पुलिस प्रशासन ने सभी शवों का डीएनए टेस्ट कराने का निर्णय लिया। लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद भी परिजनों को मृतक कर्मियों के शव नही दिए गए हैं। बीएसपी प्रबंधन ने दस हजार रुपए परिजनों को देकर अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है। लेकिन परिवार और मोहल्ले के लोग परिजनों के सहयोग में आगे आकर उनकी मदद करने में है।
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इस हादसे के बाद घटना स्थल पर पहुंचने वाले शहर के महापौर देवेंद्र यादव का कहना है कि इस दुख की घड़ी में वे सभी परिजनों के साथ हैं। उन्होने स्वयं उनके शव को परिजनों को जल्द परिजनों को सौपने के लिए पुलिस प्रशासन के बात करने की बात कही।
वेब डेस्क, IBC24